आचार संहिता लगने से पहले सभी योजनाओं का शिलान्यास करने पर जोर देते नज़र आ रहे हैं माननीय लोग
अप्रत्यक्ष रुप से संवेदकों को कार्यकारी एजेंसी के द्वारा गुणवत्ता को ध्यान में रखते हुए संवेदकों को निम्न दर पर निविदा नहीं डालने पर निर्णय
चाईबासा/संतोष वर्मा: डीएएमएफटी फंड के चालीस प्रतिशत राशि से ग्राम सभा के द्वारा चयनित किए गए,साशी परिषद और प्रबंधकीय समिति से पारित करोड़ों की योजनाएं उपायुक्त के द्वारा दिए जाने स्वीकृति दिए जाने के बाद कार्यकारी एजेंसी राष्ट्रीय ग्रामीण नियोजन कार्यक्रम, ग्रामीण विकास विशेष, लघु सिंचाई प्रमंडल को निविदा प्रक्रिया शुरू किए जाने का रास्ता साफ हो गया है। जिला के सभी माननीय आचार संहिता लागू होने से पहले निविदा प्रक्रिया को पुरा कराने का आदेश कार्यकारी एजेंसी को दिए जाने का सुचना है। नई स्वीकृत योजना का कार्य शीघ्र शुरू करने यानी आचार संहिता लागू होने से पहले शिलान्यास कार्यक्रम करने के लिए जिला प्रशासन और माननीय संवेदकों से भी बैठक बुला सकतें हैं। सूत्रों के अनुसार स्थानीय संवेदकों को रोज़गार उपलब्ध कराने के लिए निविदा में भाग लेने के लिए माननीय लोग अपने क्षेत्र के संवेदक को तैयारी करने को कहा है। सूत्रों की माने तो संवेदकों को कार्यकारी एजेंसी के द्वारा माननीय संवेदकों को आपसी ताल मेल से सभी को कार्य बंटवारा कर निविदा डालने के लिए कहा जा रहा है साथ ही कार्य में गुणवत्ता को ध्यान में रखकर निविदा में निम्न दर पर कार्य नहीं लेने पर भी संवेदकों को कहा गया है। जैसा कि हाल के दिनों में कंपीटीशन कर दस प्रतिशत से अधिक पच्चीस प्रतिशत तक निम्न दर पर कार्य लिया गया है,जो अभी तक कार्य भी शुरू नहीं किए हैं, कार्य की गुणवत्ता पर भी सवाल खड़ा हो रहा है, जनता कार्य में अनियमितता बरतने की शिकायत भी कर रहे हैं।