बुनियादी ढांचे के अभाव में बंद हुई B.Ed. की पढ़ाई: आरटीआई द्वारा मांगी गई जवाब से सामने आई टाटा कॉलेज चाईबासा में शिक्षा व्यवस्था पर उठे कई सवाल:- रामहरि गोप
Chaibasa:- शिक्षा के क्षेत्र में एक गंभीर संकट सामने आया है। पश्चिमी सिंहभूम जिले के प्रमुख शैक्षणिक संस्थान टाटा कॉलेज, चाईबासा में बुनियादी ढांचे के अभाव के कारण B.Ed. की पढ़ाई बंद कर दी गई है। यह जानकारी सूचना अधिकार अधिनियम 2005 के तहत मांगी गई एक RTI के जवाब में सामने आई है।सचना का अधिकार कार्यकर्ता एसोसियेशन के प्रदेश उपाध्यक्ष रामहरि गोप द्वारा पूछे गए सवालों के जवाब में कॉलेज प्रशासन ने स्वीकार किया है कि:-
1. टाटा कॉलेज में वर्तमान में B.Ed. की पढ़ाई बंद है, क्योंकि आवश्यक आधारभूत ढांचा मौजूद नहीं है।
2. भविष्य में यदि भवन निर्माण या अन्य संरचनात्मक विकास होता है, तभी B.Ed. पाठ्यक्रम फिर से शुरू करने की संभावना पर विचार किया जाएगा।
.3 कॉलेज को पूर्व में B.Ed. के लिए मानव संसाधन विकास विभाग, रांची से अनापत्ति प्रमाण पत्र (NOC) के आधार पर NCTE (भुवनेश्वर क्षेत्रीय समिति) से मान्यता प्राप्त हुई थी।
4. परंतु वर्तमान में कॉलेज के पास NCTE मानकों के अनुसार पर्याप्त भवन नहीं है।
यह जवाब शिक्षा तंत्र की उस लापरवाही को उजागर करता है, जिसमें न केवल भविष्य के शिक्षक तैयार करने की जिम्मेदारी वाले पाठ्यक्रम को रोका गया है, बल्कि छात्रों के हितों को भी नुकसान पहुंचा है।
प्रमुख सवाल:-
क्या सरकार उच्च शिक्षा संस्थानों में न्यूनतम मानकों की निगरानी कर रही है?
वर्षों से B.Ed. जैसे महत्वपूर्ण कोर्स को कैसे बुनियादी ढांचे के बिना शुरू किया गया?
जिन छात्रों ने दाखिला लिया था, उनका भविष्य क्या हुआ?
आरटीआई एक्टिविस्ट रामहरि गोप ने मांग की है कि सरकार और NCTE इस मुद्दे का संज्ञान लेकर शीघ्र संरचना निर्माण कराए और B.Ed. कोर्स की पढ़ाई पुनः आरंभ कराए।