ईचा डैम रद्द करने के संकल्प को पूरा कर हेमंत सरकार रैयतों को न्याय दे - सुरेश सोय

ईचा डैम रद्द करने के संकल्प को पूरा कर हेमंत सरकार रैयतों को न्याय दे - सुरेश सोय


Chaibasa  ःईचा खरकई बांध विरोधी संघ कोल्हान ने उपाध्यक्ष रेयांश सामड और सचिव सुरेश सोय की अगवाई में मझगांव विधानसभा के तांतनगर प्रखण्ड अंतर्गत ग्राम गंजिया में झारखंड जनजातीय परामर्शदातृ परिषद द्वारा लिए गए निर्णय का विरोध कर आक्रोश जताया। बैठक को संबंधित करते हुए संघ के सचिव सुरेश सोय ने हेमंत सोरेन की सरकार को 2019 में उनकी झामुमो पार्टी द्वारा ईचा डैम रद्द करने के वादे की याद दिलाते हुए डैम को अविलंब रद्द कराने की मांग को दोहराया । ईचा डैम रद्द करने के संकल्प को पूरा का हेमंत सरकार रैयतों को न्याय दे। अबुआ सरकार अब आदिवासी मूलवासी को सिर्फ वोट के रूप इस्तेमाल कर रही है। वास्तव में यहां की मूल भावना से खिलवाड़ कर पूंजीपतियों को लाभ पहुंचाना ही एक मात्र मकशद रह गया है। ग्रामीणों को  वर्तमान में चल रहे जन आंदोलन जानकारी के साथ कानूनी लड़ाई को तैयार रहने आह्वान किया। संघ के उपाध्यक्ष रेयांश सामड ने कहा कि सबसे ज्यादा मंझगांव विधानसभा के गांव प्रभावित हो रहे हैं। और यहां के लाखों आदिवासी मूलवासी,ग्रामीण विस्थापन से भयभीत होकर जीवन यापन कर हैं। इनको यथासंभव राहत और न्याय दिलाने के लिए हम सबको एकजुटता के साथ मजबूती से आंदोलन करना होगा। 

सभा को हेमंत कुमार बिरुवा और वरिष्ठ आंदोलनकारियों ने भी संबोधित किया।मौके पर गुलिया कालुंडिया, बिरसा गोडसोरा, रॉबिन आलडा, सिंगराय जामुदा, मुकेश कालुंदिया,  हरीश चंद्र आल्दा, मिलन कालुंडिया पदाधिकारी उपस्थित रहे। ग्रामीणों में प्रफुल आल्डा, सुदर्शन आल्डा, बाबूराम चातर, दिलीप आल्डा, रविन्द्र आल्डा, राजेंद्र आल्डा, अंकल आलड़ा , लक्ष्मी आल्डा, केसरी आल्डा सावित्री चातर और काफी संख्या में ग्रामीण उपस्थित रहे।

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