चाईबासा : ईचा खरकई बांध विरोधी संघ, कोल्हान की बैठक तांतनगर प्रखंड,पंचायत कोकचो अंतर्गत ग्राम, गैरासाई में रविवार को हुई. इस दौरान संघ के ईचा डैम रद्द करने हेतु चलाए जा रहे जन जागरण अभियान सह जनांदोलन की समीक्षा की गई. ईचा डैम के पुन: निर्माण से ग्रामीणों और विस्थापित होने वाले गांव में अक्रोशित है और विस्थापितों को संगठित करने के लिए जन जागरण अभियान सह जनांदोलन चलाया जा रहा है.
आज की बैठक में सर्वसहमति से निर्णय लिया गया कि यह जन जागरण अभियान सह जनांदोलन 87 गांव के ग्रामीणों के हित में जारी रहेगा. कानूनी लड़ाई के लिए धनसंग्रह में तेजी लाई जाएगी. संघ अपील करती है कि ईचा डैम के विस्थापित एक हो, विस्थापन के खिलाफ उलगुलान जारी रहेगा. लगातार संघ सरकार से मांग करती आ रही है कि कोल्हान में सबसे बड़े भूखंड में होने वाले विस्थापन के नाम पर भूमि घोटाले की सीबीआई जांच होनी चाहिए. 21 गांव जो पूर्ण रूप से विस्थापित हो रहे है और 66 गांव आंशिक रूप से विस्थापित होंगे, उनका सूद लेने वाला कोई नहीं है.
राजनीतिक पार्टियां चुनाव के महापर्व में यहां की जन भावनाओं के साथ खिलवाड़ करना बंद करे.लोकतंत्र में सबको अपनी सरकार चुनने और सरकार गिराने का हक है. आगामी चुनाव में 87 गांव के ग्रामीण अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर अपने बुद्धि और विवेक से छलने वालो का हिसाब लेगी. झामुमो, कांग्रेस और भाजपा ने बारी बारी से विस्थापितों को छलने का काम किया है. अब इन को सबक सिखाने का समय है.
मुख्य रूप से संयोजक दशकन कुदादा, सह संयोजक योगेश कालुंडिया, सलाहकार हरीश चंद्र अल्डा, सुरेंद्र बुड़ीउली, उपाध्क्ष रेयांश सामड, सचिव सुरेश सोय, सहसचिव श्याम कुदादा, जीवन पड़ेया, कोषाध्यक्ष गुलिया कालुंडिया, पूर्व अध्यक्ष साधो पुर्ती, कुमारचंद मर्डी, मुन्ना सोय, कृष्णा बड़ा, प्रकाश पुरती,अविनाश कोड़ा, सिंगरय सामड, मोनसा बोदरा, बिरसा गोडसोरा, चंद्रय टुडू, राजेश सोय, सुनील बाड़ा, रामचंद्र बिरूवा, रंजीत किंडो, गरदी बुड़ीउली, मारकंडे बांडरा,लालू कालुंडिया, काली चरण सवैया और आंदोलनकारी व ग्रामीण उपस्थित थे.