सरायकेला: गम्हरिया प्रखंड परिसर में झारखंड में ओल चिकी भाषा की पढ़ाई केजी से पीजी तक करवाने को लेकर दिया गया एक दिवसीय धरना


गम्हरिया: आदिवासी युवा महासभा आदिवासी डेवलपमेंट सोसाइटी आदिवासी सुरक्षा परिषद के अलावा विभिन्न आदिवासी युवाओं के द्वारा गम्हरिया प्रखंड परिसर में झारखंड में संथाली ओल चिकी भाषा को मान्यता देने एवं केजी से पीजी तक पढाने की मांग को लेकर एक दिवसीय धरना दिया गया।


जानकारी देते हुए रमेश हांसदा ने बताया राज्य सरकार द्वारा पूर्वी सिंहभुम में इस भाषा को पढ़ाने के लिए सिर्फ 11 शिक्षकों की बहाली की वैकेंसी उपलब्ध कराई गई है। वही सरायकेला जिले में एक भी वैकेंसी इस भाषा के शिक्षक के लिए नहीं बनाई गई है। सरायकेला जिले में संथालियों की संख्या लाखों में है और झारखंड के मुख्यमंत्री चंपई सोरेन इसी विधानसभा से अपनी जीत लगातार दर्ज करते आ रहे हैं।


आरोप लगाते हुए बताया गया कि इस भाषा को पढाने का प्रारूप जो राज्य सरकार के द्वारा बनाया गया है। वह ओल चिकी भाषा में नहीं बल्कि देवनागरी भाषा में तैयार किया गया है, राजनीतिक कारणों से इस भाषा को मान्यता नहीं दिया जा रहा है। दुमका में क्रिश्चियन समुदाय के वोटरों के प्रभाव में आकर इस तरह की हरकत राज्य सरकार कर रही है।


उन्होंने पूरे मामले को लेकर प्रखंड विकास पदाधिकारी गम्हरिया के माध्यम से मुख्यमंत्री को एक ज्ञापन सौंपा है।


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