आदिवासी "हो" समाज युवा महासभा की ओर से ओत् गुरू कोल लाको बोदरा का पुण्य तिथि मनाया गया


चाईबासा: महासभा कला एवं संस्कृति भवन हरिगूटू,चाईबासा में आदिवासी "हो" समाज युवा महासभा की ओर से ओत् गुरू कोल लाको बोदरा का पुण्य तिथि मनाया गया। लोगों ने "हो" भाषा वारंगक्षिति लिपि के जनक लाको बोदरा के फोटो पर पुष्प अर्पित कर नमन किया। भाषा-साहित्य के क्षेत्र में उनके द्वारा किये गये अतुलनीय योगदान को उपस्थित लोगों ने सराहना किया। आदिवासी "हो" समाज युवा महासभा के राष्ट्रीय कमिटि के धर्म सचिव सोमा जेराई ने ओत् गुरू कोल लाको बोदरा की जीवनी पर प्रकाश डालकर "हो" भाषा के नये विद्यार्थियों को जानकारी दिया और भाषा-लिपि के प्रसार-प्रचार में सक्रिय रूप से समाज में आने के लिए अपील किया। 


आदिवासी "हो" समाज युवा महासभा राष्ट्रीय कमिटि की ओर से 13-14 जुलाई के आदिवासी युवा महोत्सव के बारे में उपस्थित लोगों को जानकारी दिया गया। साथ ही "हो" भाषा को आठवीं अनुसूची में शामिल कराने हेतु राष्ट्रीय स्तर केढ आंदोलन और सेमिनार में सहयोग करने के लिए अपील किया गया। वहीं भाषा को राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता न मिलने तक पूरे गाँव-गाँव में पोस्ट कार्ड लेखन अभियान चलाते रहने के लिए लोगों से कहा गया।


इस अवसर पर आदिवासी "हो" समाज युवाझ महासभा राष्ट्रीय कमिटि के उपाध्यक्ष इपिल सामड, महासचिव गब्बरसिंह  हेम्ब्रम, प्रदेश अध्यक्ष गोविन्द बिरूवा, जिला कमिटि कोषाध्यक्ष सत्यव्रत बिरूवा, पूर्व अनुमंडलझ अध्यक्ष शेरसिंह बिरूवा, सदस्य लेबा गागराई, ओएबन हेम्ब्रम, टाटाराम सामड, भगवान लागुरी, अजीत लागुरी, प्रमिला  बिरूवा, अशीष तिरिया, सुरेश पिंगुवा, कस्तुरी पिंगुवा, योगेश्वर पिंगुवा, करन होनहागा, जगमोहन हेम्ब्रम, थॉमस बिरूवा, रश्मि कुल्डी, अस्मिता बिरूवा आदि लोग मौजूद थे।

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