मुसाबनी/गणेश प्रसाद: मुसाबनी कंसंट्रेटर संयंत्र में सोमवार 2 दिसंबर की सुबह लगभग 8:00 से आक्रोशित मजदूरों ने पहली पाली में काम पूरी तरह ठप्प कर दिया। जिससे कंसंट्रेटर संयंत्र में पिसाई का काम बाधित रहा। जानकारी देते हुए मजदूर नेताओं ने बताया कि रविवार की रात क्रेशर प्लांट में 7 मजदूर काम करने गए थे। जबकि यहां 11 मजदूरों को काम पर लगाया जाना चाहिए था। काम कर रहे मजदूरों ने अधिकारियों से तीन अन्य मजदूरों की मांग की थी। लेकिन मौके पर मौजूद डिप्टी प्लांट मैनेजर मुन्ना सिंह एवं निकुंज ने इन मजदूरों से अभद्र व्यवहार करते हुए उन्हें गाली-गलौज कर डाला। जिससे काम कर रहे सभी मजदूरों ने गुस्सा में आकर रविवार की देर रात ही काम छोड़कर अपने घर चले गए।
सोमवार की सुबह जब इस बात की जानकारी अन्य मजदूरों को हुई तो सभी मजदूरों ने गोलबंद होकर प्लांट के अंदर ही बवाल काटना शुरु कर दिया। मजदूरों के आंदोलन की सूचना एचसीएल प्रबंधन को मिली तो एचसीएल के डीएम दीपक श्रीवास्तव, प्लांट एचआर साकेत कुमार सिन्हा ने प्लांट पहुंचकर आंदोलन कर रहे मजदूरों से वार्ता किया।
वार्ता में डीएम दीपक श्रीवास्तव ने मजदूर प्रतिनिधियों से कहा कि इन अधिकारियों को एक बार माफ कर दे। इन्हें सुधरने का मौका दें। यदि भविष्य में उनके द्वारा इस तरह का व्यवहार दोबारा किया जाता है तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। प्लांट के मजदूरों को उन्होंने भरोशा दिलाया कि आप सबों के साथ न्याय होगा।
आंदोलन में शामिल किसी भी मजदूर को आर्थिक क्षति नहीं होगी। इस बात की भी सहमति बनी। डीएम दीपक श्रीवास्तव के अनुरोध पर मजदूरों ने अपना आंदोलन वापस ले लिया।
वार्ता में मुख्य रूप से यूनियन नेता राजेंद्र सिंह, तपन पांडा, दामू महाली, बीजू मिश्रा, किशोर साव, करीम अंसारी, अब्बास खान, बाबूलाल हेंब्रम सहित कई मजदूर शामिल थे।