90507 मामलों का हुआ निष्पादन 5,71,38,281/– पांच करोड़ एकहतर लाख अड़तीस हजार दो सौ इक्यासी रूपये का हुआ समायोजन
चाईबासा/संतोष वर्मा: झालसा के निर्देशानुसार और प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश मौहम्मद शाकिर के मार्गदर्शन में जिला विधिक सेवा प्राधिकार पश्चिमी सिंहभूम चाईबासा के तत्वावधान में चाईबासा सिविल कोर्ट परिसर और चक्रधरपुर अनुमंडल न्यायालय में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया, इस दौरान चाईबासा न्यायालय में गठित दस और चक्रधरपुर अनुमंडल न्यायालय में दो न्यायपिठों का गठन किया गया।
मामलों की सुनवाई करते हुए कुल 90507 मुद्दों का सफल निष्पादन किया गया तथा 5,71,38,281/– पांच करोड़ एकहतर लाख अड़तीस हजार दो सौ इक्यासी की राशि का समायोजन हुआ, प्राधिकार के सचिव ने बताया कि झारखंड राज्य विधिक सेवा प्राधिकार रांची के निर्देशानुसार प्रत्येक तीन माह के अंतराल में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया जाता है जिसमें लोग अपने सुलहनीय मामलों के निष्पादन के लिए अपील कर सकते हैं।
उन्होनें जानकारी दी की प्रधान न्यायाधीश, कुटुम्ब न्यायालय योगेश्वर मणि, जिला एवं सत्र न्यायाधीश प्रथम सूर्य भूषण ओझा, जिला एवं सत्र न्यायाधीश तृतीय तरुण कुमार, मुख्य न्यायिक दडाधिकारी विनोद कुमार, सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकार राजीव कुमार सिंह, न्यायिक पदाधिकारी प्रथम श्रेणी एंजेलिना नीलम मड़की, एसडीजेएम सदर सह रजिस्ट्रार सुप्रिया रानी तिग्गा, रेलवे दंडाधिकारी मंजीत कुमार साहू, न्यायिक दंडाधिकारी प्रथम श्रेणी पूजा पांडेय, उपभोक्ताओं आयोग के अध्यक्ष सुनील कुमार सिंह तथा चक्रधरपुर अनुमंडल न्यायालय में कृष्णा लोहरा अनुमंडल न्यायिक दंडाधिकारी चक्रधरपुर और अंकित कुमार सिंह, न्यायिक दंडाधिकारी प्रथम श्रेणी की न्यायिक पीठ ने मामलों का निष्पादन किया।
राष्ट्रीय लोक अदालत में बैंकिंग मामलों में सर्वाधिक निष्पादन में अग्रणी बैंक प्रबंधक (बैंक ऑफ़ इंडिया) दिवाकर सिन्हा का विशेष सहयोग रहा उन्होंने बैंक शाखाओं को इसके लिए प्रेरित किया जिसके परिणाम स्वरुप बैंकिंग मामलों में सर्वाधिक निष्पादन संभव हो सका। उपरोक्त जानकारी प्राधिकार के सचिव राजीव कुमार सिंह ने दी।