चाईबासा: भारत के प्रथम राष्ट्रपति देश रत्न डॉ.राजेन्द्र प्रसाद की पुण्यतिथि कांग्रेस भवन, चाईबासा में शुक्रवार को मनाई गई। दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धासुमन अर्पित करने के उपरांत कांग्रेसियों ने कहा कि स्वाधीनता आंदोलन के दौरान डॉ. राजेन्द्र प्रसाद एक सशक्त सेनानी व नेता के रूप में उभरे थे, वे राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के सानिध्य में अंग्रेजी हुकुमत के खिलाफ निरंतर लड़ते रहे।
नमक सत्याग्रह और भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान उन्हें कई बार जेल की यातनाएं झेलनी पड़ी। डॉ.राजेन्द्र प्रसाद का सादा जीवन उच्च विचार लोगों के लिए प्रेरणादायक साबित होता है। डॉ. राजेन्द्र प्रसाद संविधान सभा के अध्यक्ष के रूप में सामाजिक प्रगति के प्रतीक डॉ. प्रसाद संविधान के मूल अधिकार, मूल कर्तव्य, देश के नीति निदेशक और गरीबों के उत्थान के प्रति सदैव चिंतित रहा करते थे।
मौके पर कांग्रेस जिलाध्यक्ष चंद्रशेखर दास, जिला बीस सूत्री सदस्य त्रिशानु राय, जिला महासचिव लियोनार्ड बोदरा, प्रखंड अध्यक्ष दिकु सावैयां, सिकुर गोप, साकारी दोंगो, चंद्र भूषण
बिरुवा, विक्रमादित्य सुंडी, मो. रहमतुल्लाह, देवेश चरण, कार्तिक बोस, अजीत कांडेयांग, रमेश ठाकुर, धनेश्वर पान, सुशील दास सहित अन्य उपस्थित थे।