जैंतगढ़ प्राथमिक स्वास्थ केंद्र में ना डॉक्टर ना कंपाउंडर, नर्स के सहारे चल रहा दो दिन से पीएचसी

जैंतगढ़ प्राथमिक स्वास्थ केंद्र में ना डॉक्टर ना कंपाउंडर, नर्स के सहारे चल रहा दो दिन से पीएचसी

राष्ट्रीय किशोरी स्वास्थ्य कार्यक्रम में भी डॉक्टर व कंपाउंडर थे नदारद

हेमंत महाली

सरायकेलाः पश्चिमी सिंहभूम जिले के अंतर्गत पड़ने वाले जगन्नाथपुर सामुदायिक स्वास्थय केंद्र के अधीन चलने वाले जैंतगढ़ के प्राथमिक स्वास्थय केंद्र दो दिनों से एक नर्स के सहारे चल हा है,जबकी उक्त पीएचसी के हवाले आठ पंचायत के ग्रामीणों का ईलाज होता है. डॉक्टर और कंपाउंडर ना होने से स्वास्थय संबंधित कार्य प्रभावित हो रही हैं वहीं क्षेत्र के लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. इस मामले को लेकर स्थानिय ग्रामिणों नें जगन्नाथपुर सामुदायिक स्वास्थय केंद्र के प्रभार प्रभारी चिकित्सक को दुरभाष पर फौन कर जानने के लिए प्रयास लेकिन डॉक्टर साहेब का मोबाईल घनघनाता रहा मगर उठाया नहीं गया. इधर मंगलवार को जैंतगढ़ प्राथमिक स्वास्थय केंद्र परिसर में सरकार द्वारा आयोजित राष्टीय किशोर किशोरी स्वास्थय सबंधी कार्यक्रम चल रहा था जिससे भी डॉक्टर व कंपाउंडर नदारद दिखे.मौके पर उपस्थित एक नर्स के अनुसार 9 बजे आया था वापिस चला गया।ऐसा प्रतित होति है शायद हाजरी बनाने आया हो।हलांकी उक्त स्वास्थय केंद्र में सरकार द्वारा एक स्थाई चिकित्सक का पदस्थापन तो किया गया लेकिन उक्त चिकित्सक योगदान देने के बाद से ही नदारद है पिछले ढाई वर्षो से लेकिन जिले के सिविल सर्जन और ना ही प्रभार प्रभारी चिकित्सक उक्त भगोरा चिकित्सक का सुद लेना मुनासिब नहीं समझ रहा है.और ना ही कोई बिभागीय कार्रवाई की जा रही है उक्त चिकित्सक के विरूद्द,जबकी सूचना है उक्त चिकित्सक जैंतगढ़ पीएचसी में योगदान देने के बाद से ही टाटा स्टील जोड़ा में कार्य कर रहा है.जबकी कंपाउंडर के बिरूद्द ग्रामिणों नें संयुक्त रूप से लिखित शिकायत किया सिविल सर्जन और निदेशक स्वास्थ विभाग रांची,पीएमओ, मुख्यमंत्री और स्वास्थय केंद्र व राज्य मंत्री से लेकिन अब तक कोई कार्रवाई सिविल सर्जन के द्वारा नहीं किया गया है जिससे चर्चा का विषय बना हुअ है की सीएस मामले को लिपापोती करने के प्रयास में है.

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