मां विपदतारिणी पूजा में उमड़ा श्रद्धालुओं की भीड़, सुहागिन महिलाओं ने मांगी परिवार की सुख-शांति की कामना
संतोष वर्मा
Chaibasa ः गुवा के कुसुम घाट स्थित शिव मंदिर प्रांगण में मां विपदतारिणी पूजा का भव्य आयोजन हुआ। इस अवसर पर हजारों की संख्या में सुहागिन महिलाएं पारंपरिक वस्त्र धारण कर, हाथों में पूजा सामग्री लिए मंदिरों में उमड़ पड़ीं। हर ओर भक्ति, आस्था और सांस्कृतिक समरसता की भावनाएं स्पष्ट झलक रही थीं। मां विपदतारिणी को मां दुर्गा का एक संकटमोचक रूप माना जाता है। यह पूजा खासकर विवाहित महिलाएं अपने पति, संतान और परिवार की रक्षा, सुख-शांति और समृद्धि की कामना के लिए करती हैं। यह पर्व हर साल रथयात्रा के बाद आने वाले मंगलवार को मनाया जाता है और इसे व्रत, पूजन और रक्षा सूत्र बांधने की परंपराओं से संपन्न किया जाता है।
महिलाओं ने नए वस्त्र पहनकर 13 प्रकार के फल, फूल, मिठाई और अन्य पूजन सामग्री के साथ मां को अर्पित किया। पूजन के पश्चात महिलाओं ने दूर्वा घास से रक्षा सूत्र बनाकर अपने परिवार के सदस्यों को बांधा। धार्मिक मान्यता है कि यह रक्षा सूत्र जीवन की प्रत्येक आपदा से रक्षा करता है। सुबह से ही गुवा के बाजारों में फलों, पूजन सामग्री और मिठाइयों की खरीदारी के लिए भीड़ लगी रही। मंदिर परिसर में महिलाओं की कतारें और मंत्रोच्चार के बीच सजीव होता आस्था का दृश्य श्रद्धा और ऊर्जा से परिपूर्ण रहा। पूजा संपन्न होने के बाद महिलाओं ने एक-दूसरे को सिंदूर लगाया और प्रसाद वितरण कर पुनः घर लौट गईं।