देश दुनियाँ के सबसे अमीर लोग हो गए लेकिन जिस क्षेत्रों से अपना व्यापार नोवामुण्डी, जामदा, गुवा, किरीबुरू में चला रहे है वहाँ के आदिवासी लोग उतना ही गरीब हो गए।
चाईबासा ( संतोष वर्मा ) : झारखंड राज्य का कोलहान अपने आप में एक ऐसा खुशहाल देश है जहां देश का सबसे अमिर देश कहा जाता है।लेकिन आज यह देश के लोग रोजगार को तरस रहें है जबकी पश्चिमी सिंहभूम जिला हमारा जिला को खनिज सम्पदाओं से भरा पड़ा माना जाता है जहाँ टाटा, रुँगटा, उषा मार्टिन जैसे बड़े पूँजीपति अपना व्यापार चला रहे है। ये देश दुनियाँ के सबसे अमीर लोग हो गए लेकिन जिस क्षेत्रों से अपना व्यापार नोवामुण्डी, जामदा, गुवा, किरीबुरू में चला रहे है वहाँ के आदिवासी लोग उतना ही गरीब हो गए।
आज भी जीविका के लिए लकड़ी, दातुन, पत्ता, हण्डिया बेचना और काम की तलाश में पलायन करना मजबुरी बना हुआ है। आज टाटा कम्पनी नोवामुण्डी खदान से लौह अयस्क लेते हुए दुनियाँ के सबसे अमीर व्यक्ति हो गए। लोग उन्हे सम्मान के साथ नाम लेते है और देश को भी उस पर नाज है लेकिन उतना ही उल्टा नजारा नोवामुण्डी खदान क्षेत्र में दिखता है जैसे "दीया तले अंधेरा" । नोवामुण्डी बस्ती, मौदी, सरबिल एवं तोडेतोपा ये सभी गाँव टाटा कम्पनी खदान से सटे हुए प्रभावित गाँव है। जहाँ लोग आज भी रोजगार के लिए भटक रहे है। ठेका में काम पाने के लिए 20-25 हजार रुपये देना पड़ रहा है। ठेकेदार काम करने वाले मजदूरों का हाजरी, पीएफ का घोटाला कर रहे है लेकिन यहाँ का प्रबन्धक आँख में पटटी बाँधे हुए है।
इसके अलावा यहाँ के आदिवासी कृषि पर निर्भर हैं। जरूर टाटा, रामतीर्थ का पानी नोवामुण्डी तक पाईपलाईन से ले जाकर लौह अयस्क धोने का काम करते हैं, अगर जगन्नाथपुर और नोवामुण्डी प्रखण्ड के किसानों के लिए भी रामतीर्थ का पानी को खेतों में पहुँचाते तो सही मायने में टाटा कम्पनी पैसों के साथ दिल से भी बड़ा होते। दुःख इस बात का है इस क्षेत्र से मधु कोड़ा मुख्यमंत्री बने, गीता कोड़ा वर्तमान सांसद है लेकिन यहाँ के भूख, गरीबी और पिछड़ापन के सवाल पर कोई आवाज बुलंद नहीं किया और न ही टाटा कम्पनी से इसको दूर करने के लिए कोई मांग किये, इसलिए दिनांक 12.07.2023 को टाटा कम्पनी खदान, नोवामुण्डी के मुख्य गेट पर 48 घंटा का भूख हड़ताल करते हुए मांग करते हैं कि - -
1) रामतीर्थ के पानी को जगन्नाथपुर एवं नोवामुण्डी के तमाम गाँवों में पाईप लाईन से पानी पहुँचाकर सिंचाई सुविधा प्रदान करे ताकि यहाँ के लोग पंजाब हरियाणा के तर्ज पर खेती करे।कम्पनी में रोजगार के लिए स्थानीय एवं जिला के आदिवासियों को प्राथमिकता दें और घुसखोरी द्वारा किए गए बाहरी लोगों का बहाली को रद्द किया जाए एवं उड़िसा से 25 आदमियों को पैसा लेकर दिए गए नौकरी को रद्द किया जाए।
जॉन मिरन मुंडा, केंद्रीय अध्यक्ष अखिल भारतीय क्रांतिकारी आदिवासी महासभा।
मानसिंह तिरिया जिला अध्यक्ष