मनोहरपुर: झारखंड पार्टी के केंद्रीय सचिव सह अधिवक्ता मंगलवार को गोईलकेरा प्रखंड के गम्हरिया पंचायत के बालिया, लेबेन्टा, अम्बिया, बगुरकिया, जम्बरा गाँवो का दौरा किया. उन्होंने लेबेन्टा गाँव में ग्रामीणों के साथ बैठक कर वहां के समस्याओं से अवगत हुए. गांव वालों ने कहा 50 परिवार के लोग यहाँ रहते हैं. किंतु यहाँ बुनियादी समस्याओं का घोर अभाव है. गांव में आंगनबाड़ी पिछले 6 वर्षों से अधूरा पड़ा हुआ है. गांव में बिजली नहीं है, एक भी चापाकल नहीं है, वहीं सरकार की महत्वाकांक्षी योजना जल नल योजना का यहाँ अता पता भी नहीं है.
गांव में स्कूल तो है लेकिन स्कूल में ना तो किचन है ना ही बाथरूम और खेलने कूदने के लिए मैदान भी नहीं है. लिहाज़ा 30 - 35 बच्चे रोज स्कूल आते हैं.स्कूल में एक ही पारा टीचर है पर वह भी पिछले 5 दिनों से स्कूल नहीं आ रहे है. जिस कारण बच्चे बिना पढ़े बैरन घर लौटने को मजबूर है. गोलकेरा प्रखंड मुख्यालय से यह गांव 20 से 25 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. जबकि बरसात के मौसम में कारो नदी किनारे बसे इस गाँव के लोग नदी में बाढ़ आ जाने से इन गांवों के लोगों को पौसेता होकर प्रखंड मुख्यालय जाना पड़ता है. जिससे दूरी और भी बढ़ जाती है.
गांव के लोगों कहना है कि जब गांव में कोई ग्रामीण बीमार हो जाता है या फिर महिलाओं को अस्पताल ले जाना पड़ता है तो एंबुलेंस भी नहीं पहुंच पाता है. जिस कारण लोगों की मृत्यु हो जाती है, आज भी गांव के लोग नदी किनारे चुआं खोदकर पानी पीते हैं, गोबिन्दा नायक ने कहा गांव में कोई भी काम नहीं है और सरकार यहां ध्यान नहीं देती. इस कारण मजबूरन हमें अन्य शहरों के लिए पलायन करना पड़ता है. भौगोलिक दृष्टि से यह क्षेत्र बहुत ही खूबसूरत है. नदी, झरना, पहाड़ सब कुछ है. पर जनप्रतिनिधि इस क्षेत्र का दौरा नहीं करते हैं. जिस कारण यहां की समस्याओं से अवगत नहीं हो पाते हैं.
बैठक में गाँव के सालू चम्पिया, गोनो चम्पिया, कोलय केराई, हरिश चम्पिया, चन्दरा चम्पिया, बाबुलाल चम्पिया, देवेन्द्र चम्पिया, महेद्र चम्पिया, बमिया लोहार, सोमबरी लोहार, तिरिया लोहार, निरल चम्पिया, बेहरा चम्पिया इत्यादि गण मौजूद थे.