आदिवासी-मूलवासी हितों की रक्षार्थ और कल्याणर्थ ईचा डैम रद्द होना चाहिए - दशरथ गागराई


चाईबासा/संतोष वर्मा: ईचा खरकई बांध विरोधी संघ कोल्हान ने अध्यक्ष बिर सिंह बुड़ीउली के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल खरसावां विधायक सह जनजातीय परामर्शदातृ परिषद, सदस्य दशरथ गागराई से मिलकर ईचा डैम रद्द करने हेतु मांग पत्र सौंपा। झामुमो की सरकार के द्वारा ईचा डैम रद्द करने हेतु जनजातीय परमर्शदातृ परिषद ने अनुशंसा कर चुकी है। 2019 के विधानसभा चुनाव में झामुमो द्वारा डैम के मुद्दे को मुख्य चुनावी मुद्दा बनाया था।


संघ के प्रतिनिधि मंडल द्वारा विधायक दशरथ गागराई को विस्तार से वर्तमान में चल रहे जन जागरण सह जनांदोलन और कानूनी लड़ाई से अवगत कराया गया। कि सी.एन.टी एक्ट की धारा 50(7), पैसा एक्ट 1996 की धारा 4 (क)(ख) तथा पुनर्वास एंव पुर्नस्थापन नीति 2013 में उल्लिखित प्रावधानों का उल्लघंन कर जबरन निर्माण कराया जा रहा है। जिसका संघ और ग्रामीण 45 वर्षों से विरोध करते आ रहे है। और जब तक रद्द नही हो जाता विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा।

विस्थापितों न्याय दिलाने के लिए विधायक से अनुरोध किया।विधायक ने संघ के प्रतिनिधि मंडल को आगामी मानसून सत्र में डैम के मामले को उठाने व इस विषय पर गंभीरता दिखाते हुए कहा कि आदिवासी मूलवासी हितों की रक्षार्थ और कल्याणार्थ व्यवस्था और विकास के नाम पर लाखों ग्रामीणों को बेदखल नही होने दिया जाएगा।

आगामी मानसून सत्र में ईचा डैम के मामले को सदन में रखेंगे और त्रिपक्षीय वार्ता हेतु निर्णायक पहल करेंगे। प्रतिनिधिमंडल में बिर सिंह बुड़ीउली, रेयांस सामड, योगेश कालुंडिया, गुलिया कालुंडिया, रोबिन अल्डा, डोबरो बारी, बजाय कालुंडिया एंव आंदोलकारी शामिल थे।

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