चाईबासा: झारखंड के अधिकारियों से सदर अंचल चाईबासा नहीं संबल रहा लगता है इसलिए बिहार उत्तरप्रदेश के अधिकारियों को लाया जा रहा है और झारखंड के अधिकारियों से सीएनटी और एसपीटी लागू नहीं कर पा रहा है इसलिए बिहार उत्तरप्रदेश के अधिकारियों को झारखंड में पदस्थापित कर लागू करने के लिए लाया जा रहा है जो समाज के लिए काफी गंभीर चिंता का विषय है। ये जो लाल घेरे में दिख रहा आंखों में लगे काला चश्मा हीरो जैसा नजारा यही वो व्यक्ति है जिसका नाम रविंद्र तियु।
वर्तमान में सदर अंचल चाईबासा का कर्मचारी के पद पर कार्यरत है। प्रदेश का मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन सरकार के सत्ता रूढ़ दल झामुमो महागठबंधन के कसम खास व्यक्ति भी कहा सकते हैं। जो कि अंचल में पदस्थापित अधिकारी कर्मचारियों के सामने बौने साबित हो गए थे जिसे उसका स्थानांतरण हो गया। यह कर्मचारी अपने को मुख्यमंत्री समझते हैं और लोगों को परेशान भी करते हैं। साथ ही सीएनटी एक्ट का उल्लंघन कर सदर क्षेत्र में भारी संख्या में बसाने का काम करने वाले हैं चाईबासा वासी इनके कार्यशैली से काफी परेशान है।
एन्टी करप्शन ऑफ इंडिया के झारखंड प्रदेश अध्यक्ष रामहरि गोप ने कहा कि एक और जल जंगल जमीन अस्तित्व और अस्मिता को लेकर आए दिन आंदोलन धरना प्रदर्शन चल रहा है तो दूसरी और यही जमीन का सुरक्षा हेतु पदस्थापित पदाधिकारीयों को दलालों के द्वारा ही समय से पहले ही ट्रांसफर करवा देता है गजब का गठजोड़ है भैया। हम बचेंगे ना हमारा जमीन दलालों के इस गठजोड़ का क्या सम्बंध कहा जाए। हिम्मत है तो हेमंत है।