ईचा डैम से रूंगटा स्टील को सींचने की तैयारी -बिर सिंह बिरुली
संतोष वर्मा
Chaibasaःराजनगर प्रखण्ड अंतर्गत ग्राम नीमडीह में ईचा खरकई बांध विरोधी संघ कोल्हान की ईचा डैम पुनः निर्माण के प्रस्ताव व सहमति के विरोध में बैठक आयोजित हुई। जिसकी अध्यक्षता ग्राम प्रधान महावीर महतो ने की । बैठक में ग्रामीणों ने एक स्वर में आक्रोश जताते हुए टी ए सी द्वारा लिए गए निर्णय का विरोध किया ।
ईचा डैम को फिर से शुरू करने के प्रस्ताव से ग्रामीणों में काफी आक्रोश दिखे।संघ के अध्यक्ष बिर सिंह बिरुली ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि हेमंत सरकार सुप्रीम कोर्ट का हवाला दे कर कहती है कि ईचा डैम को निरस्त करने करने से 97 हजार 256 हेक्टेयर में सिंचाई सुविधा सृजित नहीं की जा सकेगी। इसके रद्द होने से खरकई बराज से रबी की फसल की सिंचाई नहीं हो पाएगी। ऐसे बिल्कुल भी नहीं है। ईचा डैम से रूंगटा स्टील को सींचने की तैयारी है।
ईचा खरकई बांध विरोधी संघ कोल्हान और 87 गांव के उग्र आंदोलन को देखते हुए। पूर्व में ईचा डैम के मुद्दे पर तत्कालीन कल्याण मंत्री और टी.ए.सी उपसमित के अध्यक्ष श्री चंपई सोरेन की अध्यक्षता में समिति बना कर और डूब क्षेत्र का सामाजिक अक्षेपण कर डैम रद्द करने की अनुशंसा की थी। अक्टूबर 2014 में समिति ने अपनी रिपोर्ट में परियोजना को रद्द करने और रैयतों को उनकी जमीन वापस करने की अनुशंसा की थी। डैम का प्ररारूप छोटा कर 87 गांव के जगह 18 गांव जलमग्न होने की बात कही जा रही। यह सरासर आदिवासी मूलवासियों को बांटने की साजिश मात्र है। ईचा खरकई बांध विरोधी संघ कोल्हान लगातार विस्थापितों को एकजुट कर डैम को रद्द करने हेतु संघर्ष कर रही है। बैठक में सोसों ग्राम मुंडा सुरेश सुरीन,रेयांश समड,कृष्ण बानरा,संतोष महतो,बसंत कुमार महतो,गुलिया कालुंडिया,बिरसा गोडसोरा, रॉबिन अल्डा,श्याम कुदादा,पांडु महतो,आह्लाद महतो,गुरु चरण महतो,रविन्द्र महतो,रूपेश महतो और ग्रामीण उपस्थित थे।