करोड़ों की लागत से सदर अस्पताल एवं उलीझाड़ी में बन रहे मेडिकल कॉलेज निर्माण में भारी गड़बड़ी, घटिया काला ईटा और चोरी के बालू से बना दिया भवन
संतोष वर्मा
Chaibasaः जिले के विकास योजनाओं भवन निर्माण कार्यों में ज्यादातर काला फ्लाई एस ईंटा का उपयोग निर्माण कार्यों में किया जा रहा है,जिसके बारे हर हमेशा शिकायतें मिलती रहती है कि कम गुणवत्ता वाले काले फ्लाई एस ईंटा का उपयोग ज्यादातर हो रहा है। लगभग 400 करोड़ की राशि से सदर अस्पताल और उलीझाड़ी के बन रहे मेडिकल कॉलेज में घटिया ईट का उपयोग कर निर्माण कराया जा रहा है , भवन निर्माण कार्य काफी घटिया और गुणवत्ता हीन है , प्राक्कलन और गुणवत्ता के आधार पर निर्माण कार्य नहीं हो रहा है। राशि योजना राशि लूटी जा रही है , भ्रष्टाचार हो रहा है। चोरी के बालू से भवन का निर्माण कराया गया है। बीते दिनों पुलिस द्वारा अवैध बालू लदा 4 हाईवा पकड़ा गया था जो मनोहरपुर चक्रधरपुर की तरफ से चाईबासा आ रहा था पूछताछ में चालक ने बताया था कि चोरी का बालू उलीझारी मेडिकल कॉलेज ले जाया जा रहा है।
सदर अस्पताल में निर्माण किये जा रहे भवन पर काला फ्लाई एस ईंटा के निर्माण कार्य मे लगाए जाने पर उसके गुणवत्ता पर भवन निर्माण लिमिटेड के कनीय अभियंता ने बताया कि काला फ्लाई एस ईंटा "10 न्यूटन प्रति एम एम एसकवर क्रासिंग स्ट्रेंग्थ से ज्यादा " ही गुणवत्तापूर्ण काला फ्लाई एस इंटा भवन के निर्माण में लगाने का प्राक्कलन में प्रावधान है। सदर अस्पताल के साथ आचु उली झाड़ी में निर्माण हो रहे मेडिकल कालेज भवन में इसी गुणवत्ता वाले काला फ्लाई एस इंटा एजेंसी को लगाना है, मगर एजेंसी स्वंय के प्रयोगशाला में ही लग रहे ईंटों का जांच कर निर्माण कार्य ने स्वयं लगाती है।
सदर अस्पताल के मुख्य गेट के बगल में रखे ईंटों को देखकर कारीगरों से पूछा उन्होंने बताया कि इन्हीं ईंटों से ही गार्ड भवन इत्यादि का निर्माण कार्य कर रहे हैं।चाईबासा में मेडिकल कालेज का निर्माण की योजना का उद्घाटन 2016 में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ऑनलाइन किया था ।यह योजना फरवरी 2022 में पूर्ण होना था पर अभियंताओं और कार्य एजेंसी के लेट लतीफी और लुट, भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई है।