पश्चिमी सिंहभूम जिले के शिक्षा विभाग में चलता है अपना नियम कानुन, नहीं मानते शिक्षा विभाग के मुखिया सरकार का नियम, शिक्षक शिक्षिकाओं नें किया उपायुक्त कार्यालय के समक्ष प्रर्दशन
झारखंड राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ के जिला अध्यक्ष सपन साहू का कहना है कि पूरे राज्य में एक ही नियम चलता है तो हमारे पश्चिम सिंहभूम के शिक्षकों के साथ ही सौतेले व्यवहार नहीं होना चाहिएः संघ
पश्चिम सिंहभूम जिले में करीब 369 की संख्या में आवेदन आया था अब पूरे के पूरे आवेदन को स्थापना समिति कर दिया निरस्त
गुस्सायें शिक्षक शिक्षिकाओं नें उपायुक्त कार्यलय के समक्ष किया प्रदर्शन नहीं मिले उपायुक्त कार्यालय में तो आवास पर मिलने पहूंचे शिक्षक शिक्षिकाएं
संतोष वर्मा
Chaibasa ः शिक्षक शिक्षिकाएं के लिए झारखंड सरकार के द्वारा स्थानांतरण नीति के तहत राज्य भर में अंतर जिला स्थानांतरण नीति प्रर्किया को लेकर सभी जिले में नियम लागु किए है.लेकिन झारखंड राज्य के पश्चिमी सिंहभूम जिला में सरकार के द्वारा नये स्थानांतरण नीती को नहीं मानते हुए अपनी नीती लागु करते हुए पश्चिमी सिंहभूम जिले के विभिन्न प्रखंड क्षेत्र से करीब 369 की संख्या में अंतर जिला स्थानांतरण को लेकर विभिन्न प्रखंड क्षेत्र शिक्षक शिक्षिकाओं का आवेदन आया था जिसे अपनी नियम के तहत पूरे के पूरे आवेदन को स्थापना समिति द्वारा निरस्त कर दिया गया. इसी मामले को लेकर शनिवार को जिले के विभिन्न प्रखंड क्षेत्र से आये शिक्षक शिक्षिकाओं नें झारखंड राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ के बैनर तले शिक्षक शिक्षिकाओं नें उपायुक्त से मिलने पहुंचे उपायुक्त कार्यालय,उपायुक्त नहीं मिलने पर सभी शिक्षक शिक्षिकाएं उपायुक्त के आवास पहूंच गये मिलने.शिक्षक शिक्षिकाओं नें कहा की झारखंड के के 23 जिला में सरकार का एक नियम कानुन चलता है लेकिन पश्चिमी सिंहभूम जिला के शिक्षा विभाग में सरकार का नीती व नियम कानुन नहीं चलती है.पुरे झारखंड में अब स्थानांतरण नीति के तहत स्थानांतरण प्रक्रिया हो रहा है,इसी नीती के तहत पश्चिम सिंहभूम में करीब 369 की संख्या में आवेदन आया था लेकिन अब पूरे के पूरे आवेदन को स्थापना समिति द्वारा निरस्त कर दिया गया.
शिक्षक शिक्षिकाओं नें कहा की किस सरकार के आदेश के तहत होने वाले अंतर जिला स्थानांतरण पश्चिम सिंहभूम जिले के विभिन्न प्रखंडों से अंतर जिला स्थानांतरण को लेकर डीसी कार्यालय में सैंकड़ो की संख्या में शिक्षक शिक्षिकाएं उपस्थित हुए यह जानने के लिए की पूरा झारखंड में 23 जिला में अब स्थानांतरण नीति के तहत स्थानांतरण प्रक्रिया हो रहा है. पश्चिम सिंहभूम जिले में करीब 369 की संख्या में आवेदन आया था जो अब पूरे के पूरे आवेदन को स्थापना समिति द्वारा निरस्त किस आदेश व नियम के तहत किया गया यह जानने के लिए एकत्रित हुए हैं. डीसी साहब कार्यालय में नहीं मिल पाए इसके बाद सारे शिक्षक शिक्षिकाएं उनके आवास में मिलने के लिए गए हुए थे.और यह भी कहा गया हैं अगर डीसी सर से ठीक-ठाक आदेश पर पुनर्विचार का नहीं जाता है तो शिक्षक शिक्षिकाएं कोर्ट में शरण लेंगे.जिसकी सारी जवाब देही हमारे पश्चिम सिंहभूम के उपायुक्त महोदय का होगा. इस पर झारखंड राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ के जिला अध्यक्ष सपन साहू का कहना है कि पूरे राज्य में एक ही नियम चलता है तो हमारे पश्चिम सिंहभूम के शिक्षकों के साथ ही सौतेले व्यवहार नहीं होना चाहिए शिक्षक आज दूरदराज से यहां बिगत 10 वर्षों से काम में लगे हुए हैं और घर द्वार छोड़कर शिक्षा का अलख जगाए हुए हैं और ऐसे में अगर पीड़ित शिक्षकों को साथ सौतेला व्यवहार होगा तो यह भविष्य के लिए अच्छी बात नहीं है.उपायुक्त से मिलने वाले में राजेश कुमार, संदीप उरांव, प्रियरंजन सरकार, संजय कुमार, राकेश कुमार, अनीता कुमारी, संगीता इक्का, बेनेडिक्ट हरी किस्पोट्टा, लिली वरला, गौर हरि महतो सैकड़ों की संख्या में आए.