सारंडा में घायल हाथी का हुआ अंतिम संस्कार,अब तक दो हांथी के शावकों की मौत से वन विभाग की उड़ी नींद
santosh verma
Chaibasa : पश्चिम सिंहभूम जिला के सुदूरवर्ती नक्सल प्रभावित सारंडा के घने जंगलों में आईईडी विस्फोट में घायल हुए अब तक दो हाथी शावकों की मौत से वन विभाग की नींद उड़ गई है. चुंकी दोनों ही हांथी के शावकों को लंबी जद्दोजहद और समय पर समुचित उपचार नहीं मिलने से आखिरकार मौत हो गई. गंभीर रूप से ज़ख़्मी शावक कई दिनों तक जिंदगी और मौत से जूझने के बावजूद कल इलाज के दौरान दम तोड़ दिया. शुक्रवार को जराईकेला स्थित समता वन प्रक्षेत्र परिसर में उसका पोस्टमार्टम किया गया. वहीं उपस्थित बीडीओ शक्तिकुंज, रेंजर रामनंदन राम, रेंजर शंकर भगत,पीआरओ राजेंद्र बाड़ा सहित वन विभाग कर्मियों की देखरेख में अंतिम संस्कार संपन्न हुआ.
इस संबध में सारंडा वन प्रक्षेत्र के डीएफओ अभिरूप सिन्हा ने बताया कि घायल हाथी के शावक को बचाने के लिए देश की सबसे अनुभवी और विशेषज्ञ वनतारा मेडिकल टीम(गुजरात) से भी संपर्क किया गया था. जबकि उक्त टीम के आने से पहले ही ओड़िसा और मनोहरपुर के वेटनरी विशेषज्ञों की टीम हाथी को ट्रेंकुलाइज कर इलाज शुरू किया, लेकिन गंभीर चोटों के कारण उसे बचाया नहीं जा सका. वहीं सारंडा के बीहड़ों में आईईडी विस्फोट में अब तक गंभीर रूप से घायल दो हांथी के शावकों की मौत होने के सवाल पर डीएफओ अभिरूप सिन्हा ने कहा कि इस संबंध में पोस्टमार्टम रिपोर्ट और अन्य जांच के बाद ही सही कारणों का खुलासा किया जा सकेगा।अभिरूप सिन्हा, डीएफओ (सारंडा वन प्रक्षेत्र)