चाईबासा/पश्चिमी सिंहभूम: झारखंड पुलिस और कोबरा 209 बटालियन ने आज तड़के चाईबासा जिले के टोंटो थाना क्षेत्र के रेड़ीया जंगल में हुई मुठभेड़ में बड़ी सफलता हासिल की। इस दौरान भाकपा (माओवादी) का शीर्ष कमांडर एवं दस लाख का इनामी नक्सली अमित हांसदा उर्फ अपटन मारा गया।
पुलिस अधीक्षक राकेश रंजन ने बताया कि सूचना के आधार पर पुलिस-कोबरा बल ने रेड़ीया जंगल में सर्च अभियान चलाया। इस दौरान नक्सलियों ने गोलीबारी शुरू की, जिसका जवाब सुरक्षा बलों ने दिया। मुठभेड़ के बाद क्षेत्र की तलाशी में एक शव बरामद हुआ, जिसकी पहचान नक्सली नेता अमित हांसदा के रूप में हुई।
बरामद हथियार और सामान
मौके से एक AK-47 रायफल, बड़ी संख्या में कारतूस, पाउच, वायरलेस सेट और अन्य नक्सली सामग्री जब्त की गई है। बरामद हथियारों की जांच जारी है।
मृत नक्सली का परिचय
अमित हांसदा (उर्फ आप्टन, उर्फ अमर, उर्फ छोटू) भाकपा (माओवादी) के पूर्वी सिंघभूम-सरायकेला-खरसावां-पश्चिमी सिंहभूम ज़ोनल कमेटी का सक्रिय सदस्य और मुख्य रणनीतिकार था। उस पर झारखंड सरकार ने ₹10 लाख का इनाम घोषित कर रखा था।
आपराधिक इतिहास और घटनाओं में संलिप्तता
अमित हांसदा वर्ष 2004 से नक्सली गतिविधियों में सक्रिय था और समय-समय पर कई बड़े हमलों में उसकी भूमिका रही है। वह 2006 की बुड़ापहाड़ी घटना, 2008 की चाकुलिया थाना हमला, 2011 की जमशेदपुर RPF कैंप हमला और 2019 में 10 पुलिसकर्मियों की हत्या जैसी घटनाओं में शामिल रहा।
उस पर पुलिस कर्मियों की हत्या, विस्फोटक लगाने, अपहरण, वसूली और अन्य गंभीर मामलों में दर्जनों मामले दर्ज थे।
पुलिस की बड़ी कामयाबी
पुलिस अधीक्षक राकेश रंजन ने बताया कि यह सफलता सुरक्षा बलों के लिए बड़ी उपलब्धि है और नक्सली संगठन को गहरा आघात लगा है। पश्चिमी सिंहभूम जिले में नक्सली गतिविधियों को समाप्त करने की दिशा में यह मुठभेड़ अहम मानी जा रही है।
विधि-सम्मत कार्रवाई
पुलिस अधीक्षक राकेश रंजन ने स्पष्ट किया है कि राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC) की गाइडलाइन और सर्वोच्च न्यायालय के निर्देशों का पालन करते हुए सभी विधिसम्मत कार्रवाई की जा रही है। बरामद हथियारों और सामग्रियों को जब्त कर लिया गया है तथा शव का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है।