सभी जगह मजदूरों को गुलामो कि तरह काम लिया जा रहा है। जब आवाज उठाया जाता है तो काम से बैठा दिया जाता है।
हमारे वोट से जीतने वाले बिधायक सांसद को 2.50 लाख रु मानदेय चाहिए लेकिन मजदूरों को महगाई के हिसाब से मजदूरी भी नही मिलती अगर आज झारखण्ड मे केरल कि तरह 800₹ से ऊप्पर मजदूरी मिलती तो यंहा से कोई पलायन नही करता। Jmm सरकार सिर्फ वादा करती है पूरा नही करती। चुनाव से पहले रोजगार और नियोजन नीति लागु करने का बात कही थी लेकिन सरकार अपने वादे से काम नही कर रही है जिसका नतीजा है कि नौजवान पलायन कर रहें हैं। आज बड़ा बड़ा तालाब खोदा जा रहा है अगर मजदूरों से काम लिया जाता तो कितने लोंगो को रोजगार मिलता लेकिन कमीशन कमाने के लिए मशीनों से तालाब बनाया जा रहा हैं। आगामी 19 को एसडीओ ऑफिस के सामने धरना देकर सरकार का लागु मजदूरी दर का मांग किया जायेगा।