चाईबासा ( संतोष वर्मा ) : पश्चिमी सिंहभूम जिला मुख्यालय शहर चाईबासा स्थित पिल्लई हॉल में जिला दंडाधिकारी-सह-उपायुक्त अनन्य मित्तल के अध्यक्षता में स्वच्छ सर्वेक्षण ग्रामीण-2023 के निमित्त एकदिवसीय जिलास्तरीय उन्मुखीकरण कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला का शुभारंभ उपस्थित पदाधिकारियों के द्वारा दीप प्रज्वलन कर किया गया। इस दौरान मुख्यालय(राँची) से उपस्थित समन्वयक के द्वारा कार्यशाला में मौजूद प्रतिभागियों को ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छता प्रबंधन तहत तरल/ठोस/प्लास्टिक कचरा प्रबंधन के विभिन्न उपायों से अवगत करवाया गया। कार्यशाला में स्वच्छ भारत मिशन(ग्रामीण)-2 अंतर्गत स्वच्छता को बढ़ावा देने के तदर्थ बेहतर कार्य करने वाले पंचायत के मुखिया एवं जल सहिया को अंग वस्त्र तथा पौधा प्रदान कर सम्मानित किया गया।
कार्यशाला को संबोधित करते हुए उपायुक्त ने कहा कि विगत वर्ष जिले से नोआमुंडी स्थित कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय को स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार प्राप्त हुआ है तथा इस वर्ष जिले के अधिकाधिक विद्यालयों को यह पुरस्कार प्राप्त हो, जिसके लिए सभी को समर्पित भाव से कार्य करने की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा कि जिला अंतर्गत स्वच्छता के क्षेत्र में वृद्धि लाने के लिए विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रों में मुखिया एवं जलसहिया को सजग रहकर कार्य करने को प्राथमिकता देना होगा। उपायुक्त ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में तरल/ठोस/प्लास्टिक कचरा प्रबंधन हेतु निर्धारित मॉडल का निर्माण तथा अपने रोजमर्रा की आदतों में परिवर्तन लाकर आसपास के क्षेत्रों को स्वच्छ रख सकते हैं। उन्होंने कहा कि आज यहां आयोजित कार्यशाला का भी यही उद्देश्य है कि हम सभी एक पायदान पर खड़े होकर सभी को स्वच्छता हेतु प्रेरित करें।
कार्यशाला में उप विकास आयुक्त श्री संदीप बक्शी, सहायक समाहर्ता सुश्री श्रुति राजलक्ष्मी, अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी, सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी, पेयजल एवं स्वच्छता प्रमंडल- चाईबासा व चक्रधरपुर के कार्यपालक अभियंता, सहायक अभियंता, सभी मुखिया गण, प्रखंड समन्वयक, जल सहिया, मनरेगा प्रखंड समन्वयक सहित अन्य उपस्थित रहे।