कौन है जिले के पांच संवेदक तीन विधानसभा में तीन तीन योजना लेने के लिए मंत्री का दूत बनकर घूम रहे हैं.
सबका साथ- सबका विकास के नाम पर अपना विकास करने में जुटे हैं मुख्यालय के पांच ठेकेदार
बाहरी और भीतरी ठेकेदार का मामला सबसे अधिक मझगाँव और जगन्नाथपुर में देखा जा रहा है. सूत्र
santosh verma
चाईबासा: Dmft की योजना में बाहरी संवेदक के द्वारा प्रखंड स्तरीय स्थानीय संवेदक के हक मारी किए जाने का विरोध जगन्नाथपुर विधानसभा में शुरू हो चुका है. विधानसभा सत्र के बाद स्थानीय संवेदक अपने विधायक के साथ इस मामला को रखेंगे. ऐसे विधायक सोना राम सिंकु पूर्व से ही स्थानीय लोगों को प्राथमिकता देने के पक्षधर रहें हैं. विधायक सूत्रों के अनुसार लगभग बीस करोड़ की योजना स्वीकृत हुई है, जिस में 5 बड़ी योजना में दस करोड़ होने के कारण योजना संख्या कम हो गया है, जिसके कारण स्थानीय ठेकेदार को ही काम में यानी निविदा में adjust कर पाने में सोचना पड़ रहा है. ऐसे में बाहरी संवेदक पर विचार कर पाना सम्भव नहीं है.जिला ग्रामीण संवेदक संघ के एक संवेदक ने अपने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि जिला के पांच चतुर, पूंजीपति ठेकेदार लोग मझगाँव विधानसभा, चाईबासा विधानसभा और जगन्नाथपुर विधानसभा में तीन तीन कार्य आवंटित करा लेते हैं.
उक्त ठेकेदार बड़ी चालाकी के साथ सब का साथ- सब का विकास की बात करके अपनी स्वार्थ को पूरा कर लेते हैं. सूत्रों के अनुसार उक्त चतुर चालक संवेदक चाईबासा के अलावा जगन्नाथपुर और मझगाँव विधानसभा की योजना में गिद्ध दृष्टि डालने की सूचना से स्थानीय संवेदक काफी चिंतित हैं.इस बार पूरी तरह से विधायक अपने वोट बैंक की राजनीतिक को सफल बनाने के लिए स्थानीयता पर अडिग है. जिला से बाहर के ठेकेदार को भी संरक्षण देने और dmft की जिला स्तरीय निविदा में भाग लेने के लिए साजिश करने की भी बात सामने आने लगी है. सभी माननीय अपने विधानसभा में स्थानीयता को प्राथमिकता देंगें, तो स्थानीय ठेकेदार को रोज़गार मिल सकेगा.