कई स्थानों में निकाली गईं जागरुकता रैली
चाईबासा: झारखंड राज्य विधिक सेवा प्राधिकार रांची तथा प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकार पश्चिमी सिंहभूम चाईबासा श्री विश्वनाथ शुक्ला के निर्देश पर जिला विधिक सेवा प्राधिकार चाईबासा ने जिले के कई स्थानों पर नशीली दवाओं के दुरुपयोग और अवैध तस्करी के विरुद्ध जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया।
विकास भवन स्थित टाटा स्टील मल्टी स्किल डेवलपमेंट सेंटर में किशोरों और युवाओं को संबोधित करते हुए डालसा के सदस्य विकास दोदराजका ने आज के दिन का महत्व, इतिहास और क्रियाकलापों की जानकारी दी साथ ही उन्होंने विद्यार्थियों से नशीली दवाओं के दुरुपयोग से बचने की सलाह भी दी। उन्होंने बताया कि नशीली दवाओं के दुरुपयोग और अवैध तस्करी के खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय दिवस हर साल 26 जून को दुनिया भर में मनाया जाता है। इस दिन का लक्ष्य लोगों को नशे की लत के खतरों से सचेत करना है।
1987 में संयुक्त राष्ट्र द्वारा लिए गए निर्णय के बाद 1989 में इसकी शुरुआत हुई।यह दिन वैश्विक प्रयासों को मजबूत करने का एक अवसर भी प्रदान करता है ताकि नशे के दुरुपयोग और तस्करी का मुकाबला किया जा सके। नशीली दवाओं के दुरुपयोग के समाधान के रूप में स्वास्थ्य और कल्याण के महत्व पर जोर देने के लिए संयुक्त राष्ट्र महासभा ने ‘स्वास्थ्य के बारे में सोचें, न कि दवाओं के बारे में’ थीम के साथ इस दिन की स्थापना की थी।
इस मौके पर एल ए डी सी के उप प्रमुख सुरेंद्र प्रसाद दास ने भी अपने विचार रखे उन्होंने बताया कि नशीली दवाओं के दुरुपयोग और अवैध तस्करी के खिलाफ हर साल 26 जून को अंतर्राष्ट्रीय दिवस मनाने का आह्वान किया गया था। हमें मानवीय पहलू को ध्यान में रखते हुए नशे के विरुद्ध सजगता रखती है और परिवारों को टूटने से बचाना चाहिए युवा वर्ग विशेष रूप से इस विषय पर ध्यान दें इससे हम सुंदर समाज का निर्माण कर सके!
पीएलवी नीतू सार ने भी लोगों को संबोधित किया और बताया कि नशीली दवाओं के दुरुपयोग और अवैध तस्करी के खिलाफ पहले अंतर्राष्ट्रीय दिवस का विषय था ‘नशा-मुक्त! – हम इसे ना कहने का साहस करते हैं’। इस दिन को दुनिया भर में रैलियों, मार्चों और शैक्षिक कार्यक्रमों सहित घटनाओं और गतिविधियों द्वारा मनाया गया था। पीएलवी मो शमीम ने विषय पर प्रकाश डालते हुए कहा कि ड्रग्स और अपराध पर संयुक्त राष्ट्र कार्यालय (UNODC) ने इस दिन के पालन में सदस्य राज्यों की गतिविधियों के समन्वय में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
पीएलवी संजय कुमार निषाद ने कहा कि यह दिन नशीली दवाओं के दुरुपयोग के खतरों और व्यक्तियों, परिवारों और समुदायों पर पड़ने वाले नकारात्मक प्रभाव के बारे में सार्वजनिक जागरूकता बढ़ाता है। पश्चिम सिंहभूम जिला विधिक सेवा प्राधिकार के द्वारा मनोहरपुर, चक्रधरपुर, जगन्नाथपुर, झींकपानी, किरीबुरू तथा चाईबासा के मांगीलाल रूंगटा प्लस टू हाई स्कूल सहित अन्य कई केदो में भी जागरूकता कार्यक्रम तथा जागरूकता रैलियों का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर टाटा स्टील मल्टी स्किल डेवलपमेंट सेंटर के शंखनिल, मयंक, अनिल कुमार सिंह, पीएलवी स्वेता रवानी, राजशेखर रवानी, अशोक कुमार महतो, रेणु देवी, संगीता, सोमा बोस, राउतु हेंब्रम, मदन निषाद आदि ने सक्रिय भूमिका निभाई। उपरोक्त जानकारी प्राधिकार के सचिव राजीव कुमार सिंह ने दी है।