15 दिन बित गया, जाच रिपोर्ट देने में किया जा रहा है एक दुसरे पर फेका फेकी
मामला जैंतगड़ पीएचसी के फर्मास्साट पर लगा झूठा प्रचार प्रसार कर प्रभारी को बदनाम करने का आरोप, प्रभारी नें दिया सबुत फर्मास्साट के बिरूद्व
चाईबासा: कहते है स्वास्थय और शिक्षा को विभाग को राजनिति से दुर रखा जाय, लेकिन पश्चिमी सिंहभूम जिले के जगन्नाथपुर अनुमंडल मुख्यालय के जगन्नाथपुर सामुदायिक स्वास्थय केंद्र के प्रभारी जयश्री किरण पाड़िया को बिना वजह अखबार और शोशल मिडिया मे बगैर साक्ष्य के गलत सलत रिपोर्ट छपवा कर जगन्नाथपुर सीएचसी के अधिनस्थ चलने वाले जैतगढ़ पीएचसी का फर्मासिस्ट काशिफ रजा के द्वारा प्रताडित और बदनाम करने का कार्य किया जा रहा था।
इसी मामले को लेकर जगन्नाथपुर सीएचसी प्रभारी डॉ जयश्री किरण पाड़िया द्वारा सीएस को शिकायत किया गया था जिसके आलोक मे सीएस द्वारा तीन सदस्य जांच दल गठन कर मामले की जांच 15 दिन पूर्व ही कि गई थी। जिसमे जांच के दौरान फर्मास्सिट काशिफ रजा के बिरूद्व जांच दल को सीएचसी प्रभारी डॉ जयश्री किरण के द्वारा पुरी साक्षय सौप दी।जांच दल मे आये डॉ भारती मिज, डॉ किरण व डीपीएम बिजय कुमार सिह शामिल थे। इस दौरान डॉ मिंज से इस मामले को लेकर जब पूछा गया तो उन्होने बताया की जाच रिपोर्ट डीपीएम तैयार कर रहा है, तथा अरोपित के बिरूद्व साक्ष्य भी डॉ जयश्री किरण द्वारा सबुत के तौर पर दिया गया है।
वहीं जब डीपीएम बिजय कुमार सिंह से पूछा गया तो उन्होने कहा की जांच दल में शामिल डॉ भारती मिंज और डॉ किरण अपना मत्बय देगी तो दो तीन दिन मे रिपोर्ट तैयार हो जायेगा, वैसे जगन्नाथपुर सीएचसी प्रभारी डॉ जयश्री किरण पाड़िया द्वारा फर्मासिस्ट काशिफ रजा के बिरूद्द जो प्रमाण साक्ष्य के रूप मे दिया गया है उससे प्रमाणित होता है की दोषी काशिफ रजा है दो तीन दिन मे रिपोर्ट सीएस को सौप दी जायेगी कार्रवाई निश्चित रूप से होना तय है। लेकिन आज 15 से अधीक समय बित गया लेकिन आज तक डीपीएम के द्वारा सीएस को रिपोर्ट नही सौंपी गई। आखिर किया वजह है जो अब तक जांच रिर्पोट नही सौंपा गया कही लिपापोती का खेल तो नहीं चल रहा है?
जबकी सीएचसी जगन्नाथपुर प्रभारी डॉ जयश्री किरण पाड़िया के द्वारा शिकायत मे ये लिखा था की अखबार और मीडिया के माध्यम से विगत लगतार 1 माह से बिना किसी सबुत और आधार के मेरी छवि को खराब किया जा रहा है,ज्ञात हो की चुनाव आयोग का स्खत निर्देश है की जो भी कर्मचारी, अधिकारी, पदाधिकारी अपने कार्य क्षेत्र में तीन साल से अधिक अवधी तक पदस्थापित है उन्हे फेर बदल किया जाय लेकिन फर्मास्सिट काशिफ रजा विगत कई वर्षो से जैंतगढ़ पीएचसी मे ही जमा हुआ है।
लेकिन इसके बिरूद्व चुनाव का निर्देश लागु नहीं होता।वही एक और जानकारी मिल रही है की जैंतगढ़ पीएचसी में सरकार के द्वारा एक चिकित्सक को पदस्थापित किया गया है ताकी उस क्षेत्र में मरिजों का ईलाज बेहतर हो सके।मगर मजे की बात है उक्त चिकित्सक जैंतगढ़ पीएचसी में योगदान देने के बाद से ही नदारद है और जैंतगढ़ पीएचसी में ना कार्य कर टाटा स्टील जोड़ा अस्पताल में काम कर रहे है।इस मामले पर विभाग के द्वारा कोई कार्रवाई नही किया जा रहा है जिसके कारण स्थानिय लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
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