विधानसभा चुनाव से पहले अवधेश कुमार पर गिर सकती है गाज, अवधेश कुमार की निविदा आवंटन प्रक्रिया पर भाजपा की नजर
जेल में बंद पूर्व मुख्य अभियंता की राह पर चल रहे हैं अवधेश कुमार
अवधेश कुमार ने सेवा वापस नहीं किए जाने के लिए जल संसाधन विभाग के मंत्री रामदास सोरेन और मंत्री के सचिव को मैनेज करने की चर्चा जोरों पर
चाईबासा/संतोष वर्मा: राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव की शंखानंद कुछ ही दिनों में होने वाली है, कब लगजाए आचार संहिता राज्य में इन्ही कारणों से चुनावों को निकालने के फिराक में है विभाग। सोलह सौ करोड़ की पुल पुलिया निर्माण कार्य की निविदा का निष्पादन करने में रात दिन एक कर रहे हैं ग्रामीण विकास विशेष के प्रभारी मुख्य अभियंता अवधेश कुमार। अब तक आठ सौ करोड़ की ए निविदा को फाइनल किए जाने की चर्चा है। आचार संहिता लागू होने का चिन्ता और डर सबसे ज्यादा अवधेश कुमार को हो रही है। हां होगी कियूं नहीं, सूत्रों से प्राप्त जानकारी अनुसार कांग्रेस पार्टी के लिए वि विधानसभा चुनाव का फंडिंग के शर्त पर प्रभारी मुख्य अभियंता बने हैं।
भाजपा कार्यालय से ख़बर सामने आ रही है कि संजीव कुमार लाल के कैश कांड में अवधेश कुमार को जांच में शामिल किया जा सकता है। साथ ही कोल्हान प्रमंडल में कई निविदा में फेल संवेदक को पास किया गया है, सूत्रों के अनुसार जिसकी जांच भाजपा के प्रदेश स्तर के नेता ने केन्द्रीय एजेंसी से शिकायत दर्ज कराई है। सरायकेला में तीन पुल का टेंडर नए निबंधन वाले संवेदक को कार्य आवंटित किया गया है वहीं चाईबासा में निविदा में संवेदक को डिसक्वालिफाई किया गया और फिर उसी संवेदक को क्वालीफाई कर दिया गया है।
इस तरह की सैंतीस निविदा में गड़बड़ी हुई है, जिसकी जांच होनी तय है। भाजपा कार्यालय में चर्चा है कि जेल में बंद आलामगीर आलम ने संजीव कुमार लाल के नजदीकी और राजदार को पूर्व मुख्य अभियंता बिरेंद्र राम के उत्तराधिकारी के रूप में अवधेश कुमार को ग्रामीण विकास विशेष के तीन पदों का प्रभारी बनाया गया है। जिस तरह बिरेंद्र राम कांग्रेस पार्टी का फाइनेंसर और फंड अरेंजमेंट करते थे उसी तरह आज अवधेश कुमार कांग्रेस पार्टी के लिए कर रहे हैं। विभागीय अधिकारियों के पहली पसन्द हैं अवधेश कुमार, खास कर के श्रीनिवासन जी के विश्वासपात्र में से एक हैं।
सूत्रों बताते हैं कि अभियंता प्रमुख जेपी सिंह से अधिक महत्व और चलती अवधेश कुमार की है। सूत्रों के अनुसार निकट भविष्य में ग्रामीण कार्य विभाग के मंत्री इरफ़ान अंसारी के लिए मुसीबत बन सकते हैं अवधेश कुमार। मुख्य अभियंता कार्यालय के तत्कालिन सहायक अभियंता संजीव और मीरतूंजय के द्वारा अवधेश कुमार ने कई संवेदकों को फेल को पास किया गया है। सबसे बड़ा मुद्दा है कि सोलह सौ करोड़ की पुल निर्माण का निविदा आवंटन में संवेदकों से वसूली की राशि का हिस्सा बंटवारा में किसका कितना हिस्सा है।
राजनितिक दल के बीच चर्चा है कि क्या अवधेश कुमार सोलह सौ करोड़ की कमिशन से कांग्रेस पार्टी को विधनसभा चुनाव में विधायकों को फंड मुहैया कराई जायेगी, इसे भाजपा कार्यालय से निगरानी रखी जाने की संभावना वयक्त की जा रही है। यह भी चर्चा है कि जल संसाधन विभाग के मंत्री रामदास सोरेन और मंत्री के सचिव को सेवा वापस नहीं किए जाने के लिए मैनेज कर लिए हैं, विदित हो कि जिस तरह पूर्व मुख्य अभियंता बिरेंद्र राम दोनो विभाग को मैनेज किए रहते थे आज उसी तरह अवधेश कुमार ग्रामीण कार्य विभाग और जल संसाधन विभाग को अपने पॉकेट में रखते हैं। अब सावल खड़ा हो रहा है कि क्या अवधेश कुमार भी जेल में बंद पूर्व मुख्य अभियंता की राह पर चल रहे हैं।
