कहा 15 साल के बाद भी नहीं हुआ क्षेत्र का विकास और मजदूरों के साथ न्याय
चाईबासा/संतोष वर्मा: शुक्रवार को रूंगटा प्लांट चालीयामा में काम करने वाले मजदूरों के साथ नाकाहासा गांव में झारखंड जेनरल कामगार यूनियन के केंद्रीय अध्यक्ष जॉन मिरन मुंडा ने बैठक किया। यह बैठक 25 को कुछ ग्रामीण मुंडा, कंपनी के ठेकेदार कम्पनी में हुए हड़ताल के विरुद्ध प्रेस कांफ्रेंस कर मजदूर विरोधी करार दिया था इसके विरुद्ध यह बैठक कर मजदूरों में काफी आक्रोश है और उन्होंने उस प्रेस कांफ्रेंस को कंपनी के दलालों द्वारा किया गया कोंफ्रेश करार दिया और कम्पनी के लिए दलाली करने वाले लोग मजदूरों का हक और भविष्य का लड़ाई में दलाली नही करने का भी चेतावनी दिया।
जॉन मिरन मुंडा ने मजदूरों को संबोधित करते हुए कहा कि किसी भी कंपनी में मजदूरों के हित में लड़ाई लडने पर स्थानीय कुछ लोग दलाली करने लगते हैं जिसके कारण मजदूर और कम्पनी के बीच का लड़ाई में मजदूर हित में फैसला होने में काफी समय लग जाता है। आज रूंगटा प्लांट में मजदूरों का हक अधिकार का मामला पिछले 15 सालो में नही उठा और लगातार मजदूरों का शोषण होता रहा। यहां बीजेपी और जेएमएम के नेता आते हैं और कम्पनी से ठेकेदारी लेते हैं उनको मजदूरों को लेकर कोई चिंता नहीं है।
आज भी जमीन दाताओं को 12 हजार रुपए में ठेकेदारी में ही काम दिया है। जबरन आदिवासियो का जमीन और पूजा स्थल को लूटा जा रहा है। हम भी चाहते हैं कम्पनी का बिकास हो लेकिन इसके साथ मजदूर जमीन मालिक और छेत्र का भी बिकास हो।15 साल काफी होता है रूंगटा प्रबंधन को चालीयाम छेत्र का बिकास करने के लिए जो आज तक रूंगटा प्रबंधन ने नही किया इसलिए आज सारे मजदूर रूंगटा प्रबंधन के खिलाफ है। आज कम्पनी में कुछ लोग सिर्फ अपने कुछ निजी लाभ के लिए दलाली करते हैं उसके कारण पूरा छेत्र का भविष्य बर्बाद हो जाता है।
कोल्हान का गरीबी के कारण यही है कि लोग थोड़ा पैसों के लिए दलाली किए वरना यहां टाटा कंपनी जैसे छोटे बड़े सैकड़ों कंपनियां हैं जो कोल्हान को बदल सकते थे। मैं रूंगटा कंपनी के दलालों को कहना चाहता हूं कि इतिहास को देखें जो मजदूरों का हक अधिकार का लड़ाई में दलाली किया वो अपना सब कुछ बर्बाद करा लिया इसलिए ये लोग कंपनी के साथ खड़े नही होकर मजदूरों के साथ खड़े हो और रूंगटा प्लांट का फायदा मजदूर और प्रभावित छेत्र को हो। वर्तमान में श्रम विभाग कम्पनी में मजदूरों का बयान दर्ज कर रहा है। उनका जांच पड़ताल पूरा होने के बाद अगर मजदूरों को हक नहीं मिलता तो चुनाओ खत्म होने के बाद बड़ा आंदोलन का तैयारी किया जायेगा।
बैठक में जिला अध्यक्ष हीरालाल हेंब्रम जिला सचिव सह ग्रामीण मुंडा सुनील गागराई, साधु पडेया ग्रामीण मुंडा, सहित काफी संख्या में मजदूर शामिल हुए।
