सरायकेला/दीपक कुमार दारोघा: गुजरात के पारुल विश्वविद्यालय (बड़ोदरा) में 23 सितम्बर से चल रही सात दिवसीय विश्व प्रसिद्ध सरायकेला छऊ (मुखौटा) निर्माण कार्यशाला के साथ व्याख्यान प्रदर्शनी में मास्क मेकर सुशांत महापात्र व उनके टीम ललित कला के विद्यार्थियों को सीखा रहे हैं मास्क निर्माण के तरीके।
श्री सुशांत महापात्र ने बताया कि प्रथम दिन विश्व प्रसिद्ध सरायकेला मास्क निर्माण के बारे में बताया गया। टीम के सुमित महापात्र ने बताया कि प्राचीन मुखौटा एवं वर्तमान समय के मुखौटा के बारे में ललित कला के विद्यार्थियों को बताया गया।
मुखौटा निर्माण में उपयोग होने वाली प्राकृतिक रंगों एवं इसे बनाने की कला के बारे में भी बताया गया। मास्क निर्माण के तरीका के बारे में भी बताया जा रहा है। करीब 80 विद्यार्थी प्रशिक्षण में भाग ले रहे हैं। फिलहाल प्रशिक्षण जारी है।





