उड़िया भाषा को विलुप्त करने का षडयंत्र कर रही हेमंत सरकार: मुख्यमंत्री ओड़िशा मोहन चरण माझी


चाईबासा/संतोष वर्मा: भाजपा के द्वारा आयोजित परिवर्तन यात्रा सह जनसभा को संबोधित करते हुए ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने झारखंड की गठबंधन सरकार पर जमकर निशाना साधा और हेमंत सरकार को कई मसलों पर घेरा. उन्होंने कहा कि ओडिशा और झारखंड दो अलग राज्य होते हुए भी एक जान के जैसे हैं. अखंड राज्य में कभी ये दोनों एक हुआ करते थे. विगत चार वर्षों से झारखंड में कठपुतली की सरकार चल रही है. आशा है कि मां दुर्गा आने वाले चुनाव में इनका नाश अवश्य करेंगी. यहां खेतिहरों किसानों की न्यूनतम मासिक आय मात्र 4 हजार 400 रुपया है, यह देश में सबसे कम है. 

इसके लिए हेमंत सरकार जिम्मेदार है, इसलिए यहां बीजेपी की सरकार को लाना होगा.मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने कहा कि देख रहा हूं झारखंड में उड़िया भाषी लोग दोयम दर्जे की हालत में हैं. इन्हें ऊपर उठाने का दायित्व भी हेमंत सरकार का है. झारखंड में उड़िया भाषा उपेक्षित है. हेमंत सरकार यहां शिक्षकों की बहाली न कर उड़िया भाषा को विलुप्त करने का कुत्सित प्रयास कर रही है. उड़िया भाषा को विलुप्त करने का हेमंत सरकार का एक षडयंत्र है.

झारखंड में भी डबल इंजन की सरकार लाना है. डबल इंजन सरकार जो कहती है वह करती है. यह हमारे ओडिशा में देखने को मिल रहा है. यहां भाजपा की सरकार आने पर झारखंड के 136 स्कूल के उड़िया शिक्षकों का निवेदन को स्वीकार करते हुए उनका मानदेय वृद्धि करते हुए 3 से 6 हजार किया जाएगा, शिक्षकों का बकाया पैसा भी दिया जाएगा. यहां के उड़िया छात्र-छात्राओं को निःशुल्क पुस्तक भी दिया जाएगा, स्कूल भवन भी बनाये जाएंगे. आदिवासी मूलवासी सबों को एकसाथ मिल कर भाजपा को लाना है. दीदी योजना के तहत झारखंड में डबल इंजन सरकार बनते ही खाते में 21सौ रुपये जाएंगे.

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