सरायकेला: वाणी प्रियंवदा ने लगाई ऊंची उड़ान, प्रथम प्रयास में ही सिविल जज के लिए चयनित, बेटी के पिता शिक्षक मुरारी प्रसाद बटोर रहे हैं लोगों का बधाईयां


सरायकेला/दीपक कुमार दारोघा: नृपराज राजकीय प्लस टू उच्च विद्यालय सरायकेला के शिक्षक मुरारी प्रसाद सिंह के पुत्री वाणी प्रियंवदा ने लगाई ऊंची उड़ान और प्रथम प्रयास में ही बीपीएससी द्वारा आयोजित 32वीं न्यायिक सेवा परीक्षा में सिविल जज के लिए हुई चयनित। बेटी की सफलता को लेकर गेस्ट हाउस सरायकेला स्थित शिक्षक मुरारी प्रसाद के आवास में खुशी का माहौल है। बेटी के माता-पिता को प्रियजन बधाई देने पहुंच रहे हैं।

जानकारी के मुताबिक वाणी प्रियंवदा की प्रारंभिक शिक्षा बालक मध्य विद्यालय सरायकेला में हुई। जवाहर नवोदय विद्यालय सिजुलता (राजनगर) से मेट्रिक,  इंटरमीडिएट पुरी की। तत्पश्चात बी.बी.ए एल.एल.बी की पढ़ाई बेंगलुरु (कर्नाटक विश्वविद्यालय) से की। और बेस्ट लॉ स्टूडेंट का अवार्ड हासिल किया।

इसके बाद विधि संकाय दिल्ली विश्वविद्यालय से एल.एल.एम किया। जहां अपने बैच में टॉपर रही।
एल.एल.एम पढ़ाई के दौरान ही यूजीसी नेट जेआरएफ की परीक्षा उत्तीर्ण की। तत्पश्चात पीएचडी(विद्या वाचस्पति) के लिए चुन लिए गए। वर्तमान दिल्ली विश्वविद्यालय से ही पीएचडी कर रही हैं। पीएचडी के दरम्यान ही बी.पी.एस.सी न्यायिक सेवा परीक्षा में शामिल हुई और प्रथम प्रयास में सफलता हासिल की।

वह सफलता का श्रेय अपने माता-पिता को दी है। बेटी के पिता एवं अवकाश प्राप्त शिक्षक मुरारी प्रसाद मूल रूप से पटेल नगर, माधोपुर मुंगेर(बिहार) के रहने वाले हैं। बेटी की सफलता को लेकर उन्होंने बस इतना ही कहा कि सच्ची लगन और निरंतर मेहनत ही सफलता दिला सकता है। वह बेटी की सफलता से खुश है और लोगों का बधाईयां बटोर रहें हैं।

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