चाईबासा/संतोष वर्मा: मनोहरपुर गुरुवार को प्रखंड के रेंगालबेड़ा गांव के छप्पर टांड़ में ग्रामीणों के द्वारा हो मागे मिलन समारोह का आयोजन किया गया। इस मौके पर जगन्नाथपुर विधायक सोनाराम सिंकू अपनी पत्नी तुलसी सिंकू ग्रामीणों के साथ ढोल नगाड़ों की धुन पर जमकर थिरके।
इस मौके पर अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि मागे मिलन समारोह आदिवासी समाज की एकता का प्रतीक और पहचान है। यह कई दिनों तक चलता है। और इस मौके पर लोग पारंपरिक वाद्य यंत्रों के साथ खूब नाचते है। कहा कि अपनी समाज और संस्कृति की यह पहचान है। हमें अपनी जड़ों को पहचानना जरूरी है।
इस त्योहार में लोग झूमने के लिए खुशी के लिए नशापान करते हैं। परंतु इसे लड़ाई झगड़े में नहीं ले जाना है। अन्यथा हमारी सामाजिक एकता में टूट का खतरा बढ़ जाएगा। आदिवासी समाज को इस त्योहार को भाईचारा के रूप में मनाना है।
विधायक ने लोगों से सामाजिक विकास के लिए शिक्षा पर जोर देते हुए कहा कि अपने समाज के उत्थान और जागरूकता के लिए यह सबसे अहम है। आज हर आदिवासियों को शिक्षा के प्रति विशेष ध्यान देने की जरूरत है। इससे पूर्व विधायक सदपोटका गांव भी गए। गांव में वे ग्रामीणों से मिल उनकी समस्याओं से अवगत हुए। मौके पर उन्होंने कहा कि एक विधायक के रूप में उनकी नई पारी की शुरुआत हुई है। वे क्षेत्र की समस्याओं के प्रति गंभीर हैं। धीरे धीरे क्षेत्र की सभी समस्याओं को दूर किया जाएगा।
इस मौके पर जिला परिषद सदस्य जयप्रकाश महतो, उपप्रमुख दीपक एक्का, रतन टोपनो, अजीत तिर्की, भरत महतो, रीना कुजूर, तिला तिर्की, नकुल महतो, रामसिंह समद, सुनील लुगुन, सीताराम गोप, विजय तिग्गा, सलीम लुगुन, जेराई हेंब्रम, सुलेमान जोजो, रंजीत कोनगाड़ी, सोमा लुगुन के अलावा काफी संख्या में लोग मौजूद थे।