Chaibasa: नोवामुण्डी प्रखंड क्षेत्र के जामजुई गांव में डायरिया का प्रकोप, एक बच्चे की मौत दो ईलाजरत्त

सिविल सर्जन नें लिया ईलाजरत्त बच्चें की जायजा,गांव का लिया जायजा

जगन्नाथपुर विधानसभा क्षेत्र के नोवामुण्डी व बड़ाजामदा सीएचसी में स्वास्थय सुविधा भगवान भरोसे, जगन्नाथपुर सीएचसी भी लच्चर स्थिति में...


चाईबासा/संतोष वर्मा: जगन्नाथपुर अनुमंडल मुख्यालय क्षेत्र में पड़ने वाले नोवामुण्डी प्रखंड क्षेत्र के जामजुई गांव में डायरिया का चपेट में आने से तीन वर्ष के एक बच्चे की मौत हो गई जबकी दो बच्चे बिमार पड़ गये जिसका ईलाज जगन्नाथपुर सामुदायिक स्वास्थय केंद्र में चल रहा है. इधर घटना की सूचना मिलने पर पश्चिमी सिंहभूम जिले के सिविल सर्जन सुशांत कुमार माझी जहां जगन्नाथपुर सामुदायिक स्वास्थय केंद्र पहूंच कर ईलाजरत्त बच्चों का हाल चाल जानने पहूंचे वहीं जामजुई गांव का भी जायजा लिया. इधर जागन्नाथपुर सीएचसी में डॉ ब्रजमोहन हेस्सा के देखरेख में डायरिया से पिरित दोनों बच्चे का इलाज चल रहा है.

ज्ञात हो की नोवामुण्डी प्रखंड अंतर्गत जामजूई निवासी मथुरा सिरका की 10 वर्षीय बेटी जस्मती विरुआ डायरिया काझ शिकार हो गई थी जिसे देर रात जगन्नाथपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया जहां प्राथमिक उपचार करने के बाद स्थिति में सुधार नहीं होने के कारण जस्मती बिरूवा को बेहतर ईलाज के लिए चाईबासा सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया. वहीं जस्मती बिरूवा की छोटी बहन रायमुनी सिरका 3 साल की मौत हो गई घर में ही.

मृतक की मां नें बताया की सुबह 10 बजे से उल्टी और दस्त हो रहा था तब दोपहर 12 बजे लगभग ओ आर एस पिलाया था उसके बाद 03 बजे दोपहर रायमुनी की मौत हो गई. दुसरी और जेटिया पंचायत के नयागांव में एक तीन माह बच्चा आदित्य गोप भी डायरिया के चपेट में आ गया जिसे मंगलवार को जगन्नाथपुर सीएचसी ईलाज के लिए लाया गया हैमालूम हो इसी नयागांव में कुछ दीन पहले प्राथमिक विद्यालय ओड़िया स्कूल के 21 बच्चे डायरिया के चपेट में आ गये थे जिसके कारण नयागांव के दो बच्चे की मौत हो गई थी.

मालूम हो जगन्नाथपुर विधानसभा क्षेत्र में पड़ने वाले नोवामुण्डी प्रखंड क्षेत्र के सामुदायिक स्वास्थय केंद्र व बड़ाजामदा स्वास्थय केंद्र का बद्दतर स्थिति होने के कारण क्षेत्र में स्वास्थय सुविधा चरमरा गई है यदी नोवामुण्डी क्षेत्र में टाटा स्टील का अस्पताल नहीं होता तो उस क्षेत्र के ग्रामीणों की स्थिति और भी खराब होती, माने तोउस क्षेत्र के लिए टाटा स्टील का नोवामुण्डी अस्पताल लाईफ लाईन साबित होती है. इधर जगन्नाथपुर स्वास्थय केंद्र में चिकित्सक तथा कर्मचारियों और रखरखाव को भी देखा गया जहां संतुष्ट नहीं दिखे जबकी जगन्नाथपुर सीएचसी का प्रभार प्रभारी चिकित्सक नदारद मिले. डॉ जगन्नाथ हेस्सा भी यदी छुट्टी पर चले जाय तो यहां का स्वास्थय सेवा भी भगवान भरोसे चलेगा.

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