DMFT फंड की निविदा में बाहरी संवेदक और भीतरी संवेदक के बीच तकरार बढ़ने की संभावना. सूत्र
पथ निर्माण विभाग के बड़े संवेदक को dmft की निविदा में भाग लेने पर जिला के संवेदक का विरोध करने की चर्चा
पचास करोड़ से अधिक का कार्य करने वाले संवेदक को dmft की निविदा में भाग नहीं लेने देने की मांग किया जा सकता है. स्थानीय संवेदक
इस बार की निविदा का राजनीतिकरण होने की संभावना.सूत्र
santosh verma
Chaibasa ः पश्चिमी सिंहभूम जिला में जिला स्तरीय DMFT फंड से स्वीकृत योजनाओं की दैनिक अखबारों में निविदा प्रकाशन होते ही बाहरी और भीतरी के साथ साथ बड़े ठीकदरों, संवेदक की सक्रियता बढ़ने से जिला स्तर के संवेदक काफी नाराज दिख रहे हैं. संवेदक की भीड़ सबसे अधिक मंत्री के यहां देखने को मिल रही है. स्थानीयता को जिला के संवेदक प्राथमिकता देने की बात कह रहे हैं, इसी के बीच चर्चाओं का दौर शुरू हो चुका है कि पचास करोड़ से अधिक कार्य करने वाले बाहरी संवेदक को dmft का कार्य नहीं देने की मांग माननीय लोगों से करेंगे. ऐसे सूत्रों के अनुसार मनोहरपुर और जगन्नाथपूर विधानसभा में प्रखंड स्तरीय संवेदक को ही कार्य देने की खबर सामने आ रही है.जिला के बड़े और दबंग संवेदक पथ निर्माण विभाग के बड़े ठेकेदार को dmft फंड की निविदा में भाग लेने के लिए माननीय लोगों की परिक्रमा करते नजर आ रहे हैं. अब देखना है कि माननीय लोग पचास करोड़ से अधिक की योजना कार्य करने वाले को dmft की निविदा डालने की सहमती देंगें, यह सवाल का जवाब जिला स्तर के संवेदक बड़ी बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं. विदित हो कि ग्राम सभा से पारित योजना का प्राथमिकता के आधार पर चयनित योजनाओं का माननीय लोगों के द्वारा अनुशंसा पर प्रत्येक विधायक को बीस करोड़ के आसपास योजना स्वीकृत हुई है, जिसकी निविदा अब तक भवन प्रमंडल, NREP, स्पेशल DIVISION के द्वारा निविदा आमंत्रित की गई है, मात्र MI DIVISION ने अब तक निविदा आमंत्रित नहीं किया है. 28 अगस्त को विधानसभा सत्र समाप्त होने के बाद निविदा लेने का जोड़ तोड़ शुरू होगा, तब तक बड़े पूंजीपति संवेदक रांची का दौड़ लगा रहे हैं.शहर के पांच ठेकेदार तीन माननीय लोगों पर दांव लगाने में लगे हुए हैं.जिला ग्रामीण संवेदक संघ का दो गुट में बंटे रहने के कारण जिला के पांच पूंजीपति संवेदक लाभ उठाने की कोशिश करते नजर आ रहे हैं.