Chaibasa: बंकर के ग्रामीणों ने सेल स्कूल बस को रोका, अतिरिक्त बस की मांग पर अड़े

बंकर के ग्रामीणों ने सेल स्कूल बस को रोका, अतिरिक्त बस की मांग पर अड़े



संतोष वर्मा

Chaibasa: सारंडा घाटी के बंकर गांव में सोमवार सुबह उस वक्त आक्रोश भड़क गया जब ग्रामीणों ने सेल किरीबुरू द्वारा संचालित दो स्कूल बसों को बंकर गांव में ही रोक दिया। ये दोनों बसें सारंडा क्षेत्र के थोलकोबाद समेत कई गांवों से बच्चों को लेकर किरीबुरू के स्कूल ले जाती हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि बसों में क्षमता से कई गुना ज्यादा बच्चों को भरकर ले जा रहा है, जिससे न केवल बच्चों की सुरक्षा खतरे में पड़ रही है बल्कि बंकर के दर्जनों बच्चे स्कूल ही नहीं जा पा रहे। बंकर निवासी कृष्णा मन्ना ने बताया कि सेल द्वारा चलाई जा रही दोनों बसों में पहले से ही करीब 250 छात्र सवार होते हैं। ऐसे में जब बंकर के लगभग 50 बच्चे चढ़ने की कोशिश करते हैं, तो ड्राइवर उन्हें रोक देता है। कारण स्पष्ट है- बस में पहले ही भीड़ है, और बच्चों को जान जोखिम में डालकर नहीं ले जाया जा सकता। 

कृष्णा मन्ना ने बताया हमने पिछले शुक्रवार को किरीबुरू जनरल ऑफिस का घेराव कर प्रबंधन से मांग की थी कि या तो एक और बस दी जाए या फिर दोनों को बड़ी बसों से बदला जाए। लेकिन अब तक कोई समाधान नहीं मिला। आज हमने बसों को गांव में रोककर चेतावनी दी है कि या तो व्यवस्था सुधारे या हम बच्चे भेजना बंद कर देंगे। ग्रामीणों ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि दोनों बसों में छात्रों को भेड़-बकरियों की तरह ठूंसा जाता है जिससे बच्चों का मानसिक और शारीरिक विकास प्रभावित हो रहा है। साथ ही, बारिश के मौसम में फिसलन भरे रास्तों पर दुर्घटना की आशंका और बढ़ जाती है। ग्रामीण महिला ने कहा बच्चे स्कूल जाते हैं या मौत की ओर, यह कोई नहीं जानता।



 रोज सुबह हम दिल थाम कर बस में उन्हें बैठाते हैं। किसी दिन कुछ हुआ, तो क्या सेल प्रबंधन जिम्मेदार होगा। बस रोकने व बस चालक को ग्रामीणों ने रोका तो उसने भी अपनी लाचारी जताई। चालक ने कहा कि इतनी भीड़भाड़ में बच्चों को सुरक्षित लाना संभव नहीं है। यदि कोई दुर्घटना हुई तो वह जिम्मेदार नहीं होगा। बस संचालक और चालक ने आंदोलनकारियों को आश्वस्त किया कि वह प्रबंधन से बात करेंगे और समस्या के समाधान की मांग करेंगे। ग्रामीणों का कहना है कि बार-बार मांग करने के बावजूद सेल प्रबंधन इस समस्या को हल्के में ले रहा है।

शुक्रवार को इसी मामले को लेकर जेनरल ऑफिस का घेराव किए थे। बंकर निवासियों ने कहा हमारे बच्चों का भविष्य दांव पर है। अगर अब भी कोई सुनवाई नहीं हुई, तो हम स्कूल को बच्चों को भेजना बंद कर देंगे और जेनरल ऑफिस के सामने अनिश्चितकालीन धरना देंगे। ग्रामीणों ने सेल प्रबंधन से मांग की है कि बंकर व आस-पास के बच्चों के लिए एक अतिरिक्त स्कूल बस की व्यवस्था,दोनों पुरानी बसों की जगह उच्च क्षमता वाली बसों की आपूर्ति,नियमित निरीक्षण और दुर्घटना की स्थिति में ज़िम्मेदार पदाधिकारियों की जवाबदेही तय हो।

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