कोल्हान में आला अधिकारी फूट डालो और शासन करो की राह पर आगे बढ़ रही हैं, उपायुक्त के काले गाड़ी पर भी उठाया सवाल
मानकी मुंडा संघ सदर अंचल के तत्वाधान में आगमी 10 जुलाई को करलाजुड़ी मौजा में आयोजित असहमति सभा में अभियान के सदस्यगण बढ़ चढ़कर हिस्सा लेगा
कोल्हान चाईबासा में पदस्थापित उपायुक्त के लालफीताशाही से कोल्हान का उतरोतर विकास नहीं होने वाला हैः सन्नी सिंकु
झारखण्ड पुनरुत्थान अभियान राज्य के परिवहन मंत्री दीपक बिरुआ से पूछना चाहती है क्या झारखण्ड सरकार उपायुक्त को आधिकारिक रूप से काला गाड़ी का आवंटन किया है जिसका उपयोग उपायुक्त कर रहें है?
संतोष वर्मा
Chaibasa : कोल्हान चाईबासा में पदस्थापित उपायुक्त के लालफीताशाही से कोल्हान का उतरोतर विकास नहीं होने वाला है, बल्कि उनके जद के कारण जिला में पदस्थापित कर्मचारियों और कोल्हान में प्रवृत्त मानकी मुंडा स्वशासन प्रथा व कोल्हान वासियों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। झारखण्ड पुनरुत्थान अभियान राज्य के परिवहन मंत्री माननीय श्री दीपक बिरुआ जी से पूछना चाहती है क्या झारखण्ड सरकार उपायुक्त को आधिकारिक रूप से काला गाड़ी का आवंटन किया है जिसका उपयोग उपायुक्त कर रहें है? यह बातें झारखण्ड पुनरुत्थान अभियान के केंद्रीय अध्यक्ष सन्नी सिंकु ने शनिवार को खूंटकट्टी मैदान के पास आयोजित परिचर्चा में कहा है।
श्री सिंकु ने आगे कहा है यह सही है कि कोल्हान में प्रवृत्त मानकी मुंडा स्वशासन प्रथा जिला के उपायुक्त के मातहत काम करती है। लेकिन जिला प्रशासन मानकी मुंडाओं को उपयोग करो और छोड़ दो की संस्कृति अपनाती रही है यह सही नहीं है। जबकि कोल्हान में मानकी मुंडाओं को सिर्फ मालगुजारी वसूलने का अधिकार नहीं है, बल्कि उन्हें अपराधिक न्याय की प्रशासनिक अधिकार, नागरिक न्याय का अधिकार, गांव की संगठन, किसी दिकू को भूमि हस्तांतरण पर रोक का अधिकार भी प्रदान किया गया है। इसलिए मानकी मुंडाओं को उनके पीढ़ और मौजा में जल,जंगल,जमीन के अलावा सरकार के सभी विकास कार्यों का प्रबंधन करने का अधिकार है। लेकिन कोल्हान में पदस्थापित अधिकारियों द्वारा विकास कार्यों में मानकी मुंडाओं का भागीदारी सुनिश्चित करती है यह किसी से छिपा हुआ नहीं है।
इसलिए उपायुक्त से झारखण्ड पुनरुत्थान अभियान विनम्र आग्रह करती है कोल्हान में मानकी मुंडाओं को भी विकास कार्यों में शामिल कर भागीदारी सुनिश्चित कराया जाए। परिचर्चा में उपस्थित सभी मुंडाओं ने संयुक्त रूप से कहा है कोल्हान के मानकी मुंडा हमेशा विपरीत परिस्थिति में भी अपने दायित्व का निर्वहन करते रहे है। चाहे वैश्विक कोविड 19 संक्रमण के समय ग्रामीणों को समझाने की नौबत आई हो या कोल्हान में उग्रवादी संगठन के द्वारा मानकी मुंडाओं को निशाना बनाए जाने के बाद भी सरकार और प्रशासन का सहयोग किया जाता रहा हो। इसलिए मानकी मुंडा हमेशा तत्परता के साथ ग्रामीणों के साथ खड़े रहकर जिम्मेदारी का निर्वहन कर रहे हैं।
साथ ही यह भी सच है कि सभी गांव में किसी भी निजी कारण से भी मानकी मुंडाओं से शत प्रतिशत ग्रामीण सहमत नहीं हो सकता है । लेकिन हमारे अभिभावक यानी उपायुक्त महोदय की ओर से 9 बिंदु पर आधारित मानकी मुंडाओं के द्वारा जिम्मेदारी का निर्वहन नहीं करने से बर्खास्त करने की समाचार प्रकाशित होने से मानकी मुंडाओं का मनोबल पर कुठाराघात हुआ है। अब हमलोग को ऐसे लगने लगा है कि कोल्हान में आला अधिकारी फूट डालो और शासन करो की राह पर आगे बढ़ रही हैं। जिसका हम मानकी मुंडाओं को आपसोस है।
झारखण्ड पुनरुत्थान अभियान के केंद्रीय महासचिव अमृत मांझी ने कहा मानकी मुंडा संघ सदर अंचल के तत्वाधान में आगमी 10 जुलाई को करलाजुड़ी मौजा में आयोजित असहमति सभा में अभियान के सदस्यगण बढ़ चढ़कर हिस्सा लेगा। क्योंकि जिन आला अधिकारी को भारत का संविधान के अनुच्छेद 13 (3) के तहत कोल्हान में प्रवृत्त रूढ़ि को विधि का बल प्राप्त है के अनुसार सामान्य कानून से इतर यहां के परंपरा को ध्यान में रखते हुए प्रशासन चलाना चाहिए वे सामान्य कानून थोप रहे हैं जिसका प्रतिवाद झारखण्ड पुनरुत्थान अभियान करते रहेगी।खूंटकट्टी रैयत रक्षा समिति के अध्यक्ष बलभद्र सवैया की अध्यक्षता में आज खूंटकट्टी मैदान के पास परिचर्चा की गई। जिसमें गीतलपी मुंडा सवैया, डोबरो बासा मौजा मुंडा रॉबिन पड़ेया, डोंकाहातू मौजा मुंडा गुरुचरण देवगम, टुटूगुटु मौजा मुंडा ब्रजमोहन पुरती, खूंटकट्टी रैयत रक्षा समिति सचिव केदारनाथ कालुंडिया, आदिवासी स्वशासन एकता मंच के अध्यक्ष कुसुम केराई, झारखण्ड पुनरुत्थान अभियान के संस्थापक सदस्य संजय बिरुली, मथुरानाथ चंपिया और अन्य उपस्थित थे।