आदित्यपुर: आदित्यपुर औद्योगिक क्षेत्र की मेटाफैब इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड कंपनी में श्रमिकों के साथ हो रहे शोषण के खिलाफ आज मजदूरों ने झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा यानी JLKM के साथ मिलकर कंपनी गेट को पूरी तरह जाम कर दिया और जोरदार प्रदर्शन किया।
कंपनी में काम कर रहे मजदूरों ने आरोप लगाया कि वे पिछले 5 से 12 वर्षों से लगातार काम कर रहे हैं, लेकिन आज तक उन्हें परमानेंट नहीं किया गया है। इतना ही नहीं, मजदूरी भी न्यूनतम तय दर से काफी कम—सिर्फ ₹380 प्रतिदिन—दी जा रही है।
मजदूरों का यह भी कहना है कि बोनस समय पर नहीं दिया जाता, वेतन भी तय तारीख को नहीं मिलता, और अगर कोई श्रमिक ड्यूटी में 10 मिनट भी लेट हो जाए, तो उसका चार घंटे का वेतन काट लिया जाता है। सबसे बड़ी चिंता की बात यह है कि काम के दौरान न तो सुरक्षा के उचित इंतजाम हैं और न ही कोई मेडिकल सुविधा।
"लगभग 8 मजदूरों को काम के दौरान गंभीर दुर्घटनाएं हुईं, लेकिन न मुआवज़ा मिला, न ही ईलाज की सुविधा दी गई। कंपनी प्रबंधन पूरी तरह गैर-जिम्मेदाराना रवैया अपना रहा है।
मजदूरों के मुताबिक उन्हें ईएसआईसी, पीएफ जैसी बुनियादी सुविधाएं भी नहीं दी जाती हैं और पेमेंट स्लिप तक नहीं दी जाती।
श्रमिकों की शिकायत के बाद JLKM ने प्रदर्शन का नेतृत्व किया और कंपनी के गेट को पूरी तरह से जाम कर दिया। उनकी मांग है कि घायल मजदूरों को उचित मुआवजा मिले, सभी श्रमिकों को स्थायी किया जाए, और उन्हें सभी वैधानिक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं।
स्थिति बिगड़ते देख गम्हरिया के अंचल अधिकारी कुमार अरविंद बेदिया मौके पर पहुंचे और प्रदर्शनकारियों से बातचीत की कोशिश की। खबर लिखे जाने तक प्रदर्शन जारी था, और श्रमिक अपनी मांगों पर अडिग दिखे।