रात में सुरक्षाकर्मी काट रहे थे फूंफकार और बाल बंदी नें दीवार फांद कर हो गये नौ दो ग्यारह
चाईबासा: पश्चिमी सिंहभूम जिला के बाल संप्रेक्षण गृह से दो बाल बंदी दीवार फांद कर फरार हो गये। जिससे संप्रेक्षण गृह की सुरक्षा पर एक बार फिर सवाल खड़ा कर दिया है। बताया जा रहा है कि मंगलवार की रात लगभग 3 बजे संप्रेक्षण गृह के बाहरी दीवार में चढ़ कर दो तालाबंदी भागने में कामयाब रहे।
संप्रेक्षण गृह के जिस दीवार से बालझ बंदी भागा है। दोनों बाल बंदियों की उम्र लगभग 15-16 साल बताया जा रहा है। वह कई अपराधिक मामले में बंद थे। इसकी जानकारी सुबह बंदियों के गिनती के दौरान मिली, जब बाल बंदी कम मिले तो अन्य बाल बंदियों से पूछताछ करने पर पता चला कि दोजझ बाल बंदी रात तीन बजे से गायब हैं। इसके बाद बाहरी दीवार के पास रस्सी के सहारे बाल बंदी दीवार में चढ़े और वहीं से दोनों फरार हो गये।जबकि जहां से बाल बंदी भागे हैं वहां पर बाहरी सुरक्षा में दो जवान भी तैनात थे, लेकिन उनको बाल बंदियों के भागने की भनक तक नहीं लगी।बाल बंदी भागने की जानकारी होते ही पुलिस अधीक्षक राकेश रंजन समेत अन्य पदाधिकारी बाल संप्रेक्षण गृह पहुंच कर पूरा जायजा लिये। साथ ही संप्रेक्षण गृह में फरार होने वाले बाल बंदियों के बारे पूरी जानकारी लिये।
बाल संप्रेक्षण गृह से फरार होने वाले दोनों बाल बंदी बाल संप्रेक्षण गृह के लचर व्यवस्था का फायदा उठाया है। जहां से दोनों फरार हुए वहां के दीवार के ऊपर लगे कांटेदार तार को अप्रैल माह में फरार होने वाले बाल बंदियों ने काट दिया था। वह तार उसी अवस्था में थी, उसका रिपेयर भी नहीं कराया गया था।जिसके कारण बाल बंदियों ने उसी जगह को टारगेट कर भागने की जगह के रूप में इस्तेमाल किये हैं। इससे बाल संप्रेक्षण गृह के प्रबंधन की लापरवाही पूरी तरह दिखाई पड़ रही है।
एक अप्रैल को भी बाल संप्रेक्षण गृह से भाग चुके हैं 21 बाल बंदी
एक अप्रैल 2025 को संप्रेक्षण गृह में बाल बंदी बवाल मचाते हुए मुख्य दरवाजा को तोड़ कर सुरक्षा में तैनात कर्मियों से मारपीट कर फरार हो गये थे। उन्हें रोकने आये सुरक्षा कर्मियों पर जानलेवा हमला कर दिया। सीसीटीवी कैमरा को तोड़फोड़ दिया।