पश्चिमी सिंहभूम चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज में उपाध्यक्ष बनने वाले छोटेलाल तामसोय पहले आदिवासी बने

 पश्चिमी सिंहभूम चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज में उपाध्यक्ष बनने वाले छोटेलाल तामसोय पहले आदिवासी बने

कई सरकारी व प्राइवेट नौकरी छोड़कर व्यवसाय में उतरे और सफल भी हुए

santosh verma

Chaibasa : जिले के सबसे बड़े वाणिज्यिक संगठन पश्चिमी सिंहभूम चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज का चुनाव जीतकर उपाध्यक्ष पद पर पहुंचने वाले ग्रामीण व्यवसायी छोटेलाल तामसोय पहले आदिवासी बन गये हैं। ज्ञात चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज-2025-27  के चुनाव का परिणाम कल घोषित कर दिया गया है। इसमें छोटेलाल तामसोय उपाध्यक्ष पद का चुनाव जीतने में सफल रहे। इस जीत के बाद छोटेलाल तामसोय को आदिवासी संगठनों की ओर से बधाइयां देने का सिलसिला शुरू हो गया है। 

बीस बोरी सीमेंट से शुरू किया व्यवसाय अब 60-70 लाख टर्नओवर को छुआ 

झींकपानी प्रखंड के नवागांव निवासी आदिवासी "हो" समुदाय के सदस्य छोटेलाल तामसोय ने बताया कि नौ साल पहले 25 हजार की पूंजी लगाकर बीस बोरी सीमेंट से उन्होंने व्यवसायी शुरू किया था। तामसोय सेल्स एंड सर्विस नाम से सीमेंट की उसकी दुकान चाईबासा के सटे बिरुवा नगर में अवस्थित है। सीमेंट के अलावे अब वे हार्डवेयर तथा ओवरऑल बिल्डिंग मैटेरियल्स का भी कारोबार करते हैं। छोटेलाल तामसोय ने बताया कि नौ वर्ष के सफर के बाद आज उनका कारोबार 60 से 70 लाख सलाना टर्नओवर के बीच पहुंच चुका है। बीच में कारोबार कई बार लड़खड़ाया था। लेकिन हर बार धैर्य व हिम्मत से वे इस चुनौती से पार पाने में कामयाब रहे। आज वे जिले के आदिवासी समाज में  एक मिसाल बन चुके हैं। 

नौकरी में मन नहीं लगा तो बिजनेस में उतरे और कामयाब भी रहे

व्यवसाय में आने के पहले छोटेलाल तामसोय ने कई सरकारी और गैर सरकारी नौकरियां की थीं। सर्वप्रथम उन्होंने तीन वर्षों तक सरकारी प्राथमिक टीचर की नौकरी की। फिर वे महिला विकास निगम पटना में प्लानिंग एंड मॉनिटरिंग ऑफिसर बने। तत्पश्चात उन्होंने झारखंड ट्राइबल डेवलपमेंट सोसायटी (कल्याण विभाग) रांची में सीडीपीओ बनकर कार्य किया। फिर अंत में नगर परिषद चाईबासा (अर्बन डेवलपमेंट डिपार्टमेंट, झारखंड) में कैपेसिटी बिल्डिंग एंड इंस्टीच्यूशनल डेवलपमेंट ऑफिसर के पद पर कुछ वर्ष कार्य किया। उनकी प्रारंभिक शिक्षा जमशेदपुर के संत जोसेफ उच्च विद्यालय से, जबकि इतिहास प्रतिष्ठा के साथ बीए तथा एमए की डिग्री रांची यूनिवर्सिटी से ली है। तत्पश्चात, जेवियर्स समाज सेवा संस्था रांची से "ग्रामीण प्रबंधन" की पढ़ाई की थी।

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