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फोटो- सरस्वती शिशु विद्या मंदिर में रक्षाबंधन पर मानते बच्चे व शिक्षक |
मुसाबनी: शुक्रवार को बी डी एस एल सरस्वती शिशु/ विद्या मन्दिर, मुसाबनी के भैया/ बहनो ने हर्षोल्लास के साथ रक्षाबंधन का उत्सव मनाया। इस कार्यक्रम में शिशु वाटिका अर्थात कक्षा नर्सरी, एलकेजी एवं यूकेजी के नन्हे मुन्ने बच्चों को विद्या मन्दिर की बहनो द्वारा राखी की थाल सजाकर पूरे विधि विधान के साथ राखी के गीत गाते हुए राखी बाँधी गई। इस अवसर पर विद्यालय की प्रधानाचार्या सुश्री रूमी सरकार ने बच्चों को द्रौपदी और कृष्ण की कथा बतायी जिसमे महाभारत काल में, जब भगवान कृष्ण ने सुदर्शन चक्र चलाया, तो उनकी उंगली में चोट लग गई। द्रौपदी, जो कृष्ण को अपना भाई मानती थी, ने अपनी साड़ी का पल्लू फाड़कर उनकी उंगली पर बांध दिया। कृष्ण ने द्रौपदी को वचन दिया कि वे हमेशा उसकी रक्षा करेंगे। इसी घटना को रक्षा बंधन के रूप में मनाया जाता है।
शिशु वाटिका प्रमुख पुतुल झा, ईशा लामा, श्यमाली, ऋतु एवं चंदन ने कार्यक्रम का सफल संचालन किया।