चाईबासा ( संतोष वर्मा ) : जिले के लोकप्रिय हो भाषा लोक साहित्यकार चाईबासा निवासी जवाहरलाल बांकिरा को 3 से 6 अगस्त तक भोपाल में आयोजित उन्मेश अंतरराष्ट्रीय साहित्य उत्सव में हो भाषा साहित्य का पाठ करने के लिए आमंत्रित किया गया है।
भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय द्वारा आयोजित साहित्य उत्सव में 38 देशों के 70 भाषाओं के लेखक,कवि एवं बुद्धिजीवियों में झारखंड के नामचीन साहित्य हस्तियों के साथ श्री बांकिरा झारखंड के हो आदिवासियों की भावना एवं संवेदनाओं से ओत-प्रोत आवाज अपना लेख और कविताओं के माध्यम से प्रस्तुत करेंगे। देशाउली और इमली का पेड़ नामक पुस्तक और कविता सेयां मसकल उलगुलान सरीखे हो संस्कृति के उत्थान और सामाजिक जागरूकता का संदेश देता साहित्य के रचनाकार जवाहरलाल बांकिरा पूर्व में भी कई राष्ट्रीय साहित्य सम्मेलनों में शिरकत कर चुके हैं।
जिले के लेखक,कवि एवं शैक्षणिक व सामाजिक उत्थान के हिमायती जवाहरलाल बांकिरा को अंतरराष्ट्रीय साहित्य उत्सव में आमंत्रित किए जाने पर हो भाषा लेखिका एवं कवयित्री व रांची कॉलेज की प्रोफेसर दमयंती सिंकू,हो राइटर्स एसोसिएशन के सचिव कृष्णा देवगम,संयुक्त सचिव प्रोफेसर दिलदार पूर्ति,दुंबी दिग्गी, रांधो देवगम,रामसिंह चातर,सिकंदर बुड़ीउली,तिलक बारी,विमल किशोर बोयपाई,वीरसिंह बुड़ीउली, गणेश बारी,जगन्नाथ हेस्सा आदि ने बधाई दी है।