जल, जंगल, जमीन के सौदागरों का संघ ने शव यात्रा निकालकर किया दाह संस्कार


चाईबासा: ईचा खरकई बांध विरोधी संघ, कोल्हान द्वारा राजनगर प्रखंड के प्रभावित क्षेत्रों/गांव में जनसंपर्क अभियान चला कर ग्रामीणों को डैम के दुष्प्रभाव से अवगत करा निर्धारित कार्यक्रमानुसार शायमसुंदरपुर हाट में जल,जंगल और जमीन के सौदागरों का शव यात्रा निकाल दाह संस्कार किया गया। झारखंड सरकार के मुख्यमंत्री सह झामुमो कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन, पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन, कल्याण मंत्री दीपक बिरुवा और विधायक निरल पूर्ति का का दाह संस्कार किया। 

2019 के विधानसभा चुनाव में झामुमो ने सरकार बनने पर ईचा डैम रद्द करने का वादा किया था। 2014 में जनजातीय सलाहकार परिषद, उपसमिति बना कर तत्काल कल्याण मंत्री चंपई सोरेन की अध्यक्षता में सामाजिक आंक्षेपन कर डैम रद्द करने का प्रस्ताव पारित की थी। परंतु महागठबंधन की सरकार बनने के बाद चुप्पी साध ली। जिससे तीन विधानसभा के विस्थापित अक्रोशित हैं।


प्रभावित ग्रामो बंदोडीह, बलीडीह, माझगांव, ईचा, देहरूडीह, बोडोडीह, केलुगोट, अमलाटोला, सोनापुस, संगाडिया, श्यामसुंदरपुर, गिददी, सिनी, सालुडीह, धोडाडीह, हाथीसेरेंग, यदुडीह, हेरमा, गुलिया, नीमडीह, महुलडीह, चंदनखिरी, सरजोमडीह के ग्रामीण शामिल हुए। आदिवासी मूलनिवासियों के साथ विश्वासघात करने वाले मंत्रीयों और विधायक का ईचा डैम से प्रभावित क्षेत्रों में शव यात्रा निकाल कर आक्रोश प्रदर्शन किया जा रहा है।

मुख्य रूप से बिर सिंह बुड़ीउली, रेयांस सामड,सुरेश सोय,योगेश कालुंडिया, शयाम कुदादा, मोती लाल कालुंडिया, गुलिया कालुंडिया,बिरसा गोडसोरा,सुनील बाड़ा,मनसा बोदरा,कृष्ण बानरा, विस्थापित,ग्रामीण और आंदोलनकारी उपस्थित थे।

Post a Comment

Please Select Embedded Mode To Show The Comment System.*

Previous Post Next Post