हेमंत सोरेन को राजनीतिक रूप से नुकसान पहुंचाने के लिये केन्द्र के इशारे पर मिथिलेश ठाकुर के यहां छापामारी की गई है
चाईबासा/संतोष वर्मा: झामुमो के थींक टैंक, और पार्टी के वित्तीय रिढ़ माने जाने वाले हेमंत सोरेन सरकार के पावर फूल कैबिनेट मिनिस्टर मिथिलेश ठाकुर के यहां ईडी की छापामारी से स्पष्ट हो गया है कि झामुमो की सरकार दोबारा बनने की संभावना है. सूत्रो की माने तो हाँ इस छापामारी के कई राजनीतिक माइने निकाले जाने लगे हैं. इस छापामारी की घटना को झामुमो राजनीतिक साजिश का हिस्सा मान रही है.
मुख्य विपक्षी दल भाजपा अपने विरोधी दल को आर्थिक रूप से नुकसान पहुंचाने और राजनीतिक रूप से अशांत करने के लिए मिथिलेश ठाकुर की करवाई को जोड़ कर देख रही है. पिछले विधानसभा चुनाव में मिथिलेश ठाकुर ने पार्टी को अपने लोगों से आर्थिक सहायता दिलाने में मुख्य भूमिका निभाई थी.
सूत्रों के अनुसार भाजपा मिथिलेश ठाकुर को टार्गेट कर हेमंत सोरेन को डिस्टर्ब करने का योजना बनाया है, क्यूंकि भाजपा सीधे तौर पर हेमंत सोरेन पर हाथ डालने से बचना चाहती है. भाजपा कोल्हान में अपनी जमीन मजबूत करने के लिए मिथिलेश ठाकुर उर्फ मुन्नू ठाकुर को राजनीतिक रूप से उलझा कर रखना चाहती है. भाजपा यह जान रही है, और मान भी रही है कि झामुमो को कमज़ोर करने के लिए मिथिलेश ठाकुर का घेरा बन्दी करना ही होगा.
झामुमो के तरफ से अभी तक कल के छापामारी की कोई प्रतिक्रया नहीं आयी है. अब देखना है कि भाजपा मिथिलेश ठाकुर की घेरा बन्दी कर झामुमो को कितना राजनीतिक नुकसान पहुंचा सकती है. लेकिन यह स्पष्ट हो गया है कि मिथिलेश ठाकुर भाजपा के लिए सर दर्द बने हुए हैं. झामुमो के वरिष्ट नेता सुनील सिरका ने कहा कि भाजपा जितना भी साजिश और षडयंत्र रच ले, आगामी विधानसभा में भाजपा का सत्ता पाने का सपना पुरा नहीं होगा.
उन्होंने यहां तक कह डाला कि आगामी विधानसभा चुनाव में हेमंत सोरेन के अगुवाई में प्रचंड बहुमत से महागठबंधन की सरकार बनेगी. मिथिलेश ठाकुर के यहाँ ईडी की छापामारी से भाजपा को लाभ नहीं होने जा रहा है.