जे पी सिंह के कार्य काल के सभी सिंगल टेन्डर की जांच उच्च स्तरीय जांच एजेंसि से कराने की संभावना, उच्च न्यायालय में जनहित याचिका दायर की जा सकती है
पूर्व मंत्री बड़कुँवर गागराई ने jsrrda में टेन्डर घोटाला की जांच केंद्रीय एजेंसियाँ से कराने की मांग गृह मंत्री अमित शाह से किए जाने की चर्चा
RED/CBSA/STPKG/12/2023-2024 की निविदा विगत छः माह से जेएसआरआरडीए ने लटका कर रखा है
रांची/डेस्क: स्वच्छ छवि के दम पर चुनाव जीतने का दम भरने वाली सिंहभूम लोकसभा की सांसद जोबा मांझी इन दिनों फेल संवेदक को पास कराने का दबाव JSRRDA यानी जेपी सिंह को दिए जाने की चर्चा इन दिनों प्रदेश भर के ठेकेदारों की बीच हो रही है. हाँ यह उस ठेकेदार की पैरवी की बात हो रही है, जिस ठेकेदार के पास similar वर्क का अनुभव प्रमाण नहीं है, कई टेन्डर में JSRRDA के ईमानदार सीएस देख रहे जय नंदन ने जे पी सिंह से रिजेक्ट कराने का काम किए हैं.
लेकिन इसके बावज़ूद सांसद अपने एक कार्यालय सहायक के फोन से चाईबासा कार्य प्रमंडल के नोवामुंडी प्रखंड के एक टेन्डर में वर्क अलॉट लेटर जारी करने की सूचना आग की तरह फैल गई है, हां यह वही ठेकेदार की बात हो रही है, जिसे गलती से टेक्निकल पास कर Financial खोल दिया गया है, जिसका नाम है लक्ष्मी इंटरपराईज.
सूत्र बताते हैं कि उक्त संवेदक का सम्बंध सांसद पुत्र के साथ है। लक्ष्मी के खिलाफ एक सामाजिक संगठन के द्वारा लिखित शिकायत दर्ज करायी गयी है, जिसे jsrrda के कार्यपालक अभियंता श्रीं मुर्मू ने दबा दिया है. हाँ यह वही मुर्मू जी हैं, जो सरायकेला कार्य प्रमंडल में रहते संवेदक को लाभ पहुंचाने के लिए अपनी नौकरी तक दाँव में लगा चुके हैं हाँ स्लैग का भुगतान बिना invoice बिल का ही कर दिए हैं.
जे पी सिंह के कार्य शैली पर बड़ा सवाल खड़ा हो रहा है कि, जिसपर गिरभानस पड़ा है, सभी रिजेक्ट किया गया, जो सिंगल टेन्डर है, सूत्रों के अनुसार उक्त संवेदक पर जे पी बाबु मेहरबान हो गए हैं. इस तरह की कार्य शैली के धनी जेल में बंद पूर्व मुख्य अभियंता बीरेन्द्र राम भी थें, जिसे कोई देखने वाला नहीं है. जिस माननीय लोगों की पैरवी पर नौकरी देते थे, आज उनके बारे में सुनना पसंद नहीं करते हैं, इस बात और बीते घटना से जे पी सिंह बाबु को सोंचने और समझने की जरूरत है.
ऐसे सूत्र बताते हैं कि पूर्व मंत्री बड़कुँवर गागराई ने jsrrda में टेन्डर घोटाला की जांच केंद्रीय एजेंसियाँ से कराने की मांग गृह मंत्री अमित शाह से किए जाने की चर्चा है. वहीं जे पी सिंह पर बड़ा आरोप यह है कि जिस संवेदक ने jsrrda के मन्दिर में चढ़ावा चढ़ा दिया उसका टेन्डर समय से पहले टेक्निकल खोल कर बाकि की प्रक्रिया को पुरा कर दिया गया है, जबकि आज भी छ माह से पूरे राज्य की पेंडिंग टेन्डर अपने खुलने का इन्तजार में आंसू बहा रही है, या फिर कह सकते हैं कि जनता अपनी योजना की शुरू होने की आशा में कष्ट झेलने को मजबूर है.