- सुरदा माइंस से अयस्क की ढुलाई हुआ शुरू
मुसाबनी: शनिवार को कोयला एवं खान राज्य मंत्री सतीश चंद्र दुबे, झारखंड सरकार के जल संसाधन विभाग एवं तकनीकी उच्च शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन, जमशेदपुर के सांसद विद्युत वरण महतो आदि द्वारा संयुक्त रूप से सुरदा माइंस के पुनः परिचालन का शुभारंभ पूजा पाठ कर किया। मंत्री सहित अन्य अतिथियों द्वारा सूरदा माइन्स परिसर में लगे शिलापट का लोकार्पण कर सुरदा माइंस के पुनः परिचालन कार्य का शुभारंभ किया। इस अवसर पर सुरदा माइंस में मुख्य अतिथि द्वारा वाइंडर का बेल को दबा कर लिफ्ट को माइंस के भीतर भेजने के कार्य का भी शुभारंभ किया। इसके बाद अतिथियों द्वारा सुरदा माइंस से उत्पादित ताम्र अयस्क को ट्रक से मुसाबनी स्थित कंसंट्रेटर प्लांट भेजने के लिए हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
केंद्रीय मंत्री ने सभा स्थल पहुंचने पर सबसे पहले कंपनी के पदाधिकारी के साथ पौधारोपण किया। इसके बाद सभा को संबोधित करते हुए कहा कि तांबे के मामले में देश की आत्मनिर्भरता की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण कदम है। इससे विभिन्न करों के रूप में 100 करोड़ रूपये से अधिक राजस्व की प्राप्ति होगी. सुरदा खान से उत्पादन प्रारम्भ होने से भारी संख्या में स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा। भविष्य में सुरदा खान की क्षमता को 0.4 मिलियन टन से बढ़ा कर 0.9 मिलियन टन प्रति वर्ष किया जाएगा।
झारखण्ड सरकार ने दिनांक 6 जनवरी, 2022 को 20 वर्षों के लिए सुरदा खदान के लीज की अनुमति प्रदान की थी. कुछ तकनीकी एवं वैधानिक खामियों के कारण सुरदा खदान से उत्पादन प्रारम्भ नहीं हो सका। अंततः कंपनी पदाधिकारियों द्वारा उन सभी तकनीकी और वैधानिक खामियों को दूर किया गया। 29 अगस्त, 2024 को झारखंड कैबिनेट की बैठक में माइनिंग लीज का प्रस्ताव पारित कर दिया गया.
तत्पश्चात झारखंड के खनन एवं भूगर्भ विभाग द्वारा 06 सितंबर, 2024 को 20 वर्षों के लीज विस्तार के लिए पत्र जारी किया गया और दिनांक 26 सितंबर, 2024 को लीज डीड निष्पादित हो गया एवं 28 सितंबर को लीज रजिस्टर हो गई. इसके साथ ही झारखंड कैबिनेट ने दिनांक 20.09.2024 को हिन्दुस्तान कॉपर लिमिटेड के राखा एवं केंदाडीह खदानों के लीज विस्तारीकरण का प्रस्ताव भी पारित कर दिया है.
जल्द ही कंपनी इन खदानों को प्रारंभ करने की दिशा में आगे बढ़ेगी और एक साल की अवधि के भीतर इन खदानों से उत्पादन प्रारम्भ हो जाएगा. जिससे आई.सी.सी. की अयस्क उत्पादन क्षमता में तीन गुणा बढ़ोत्तरी होगी. राखा और केन्दाडीह खदानों के चालु होने से लगभग 2000 स्थानीय लोगों को प्रत्यक्ष रोजगार की प्राप्ति होगी. अप्रत्यक्ष रूप से लगभग 10,000 स्थानीय लोग इससे लाभान्वित होंगे.
सुरदा खदान से उत्पादन शुरू होने से लगभग 1100 स्थानीय लोगों को प्रत्यक्ष और 5000 लोगों को अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार प्राप्त होगा तथा जन कल्याण और सीएसआर गतिविधियों में बढ़ोतरी होगी. हिंदुस्तान कॉपर लिमिटेड द्वारा खनन कार्यों के लिए वर्ष 2024-25 के दौरान 50 करोड़ का पूंजीगत निवेश किया जाएगा.
सभा को संबोधित करते हुए सांसद विद्युत वरण महतो ने कहा कि सूरदा माइन्स का पुनः परिचालन इस क्षेत्र के लिए मिल का पत्थर साबित होगा। क्षेत्र में खुशहाली लौटेगी। लोगों को रोजगार मिलेगा। सभा को
सांसद विद्युत वरण महतो ,एचसीएल के सीएमडी घनश्याम शर्मा, डायरेक्टर माइंस संजय कुमार सिंह, ईडी श्याम सुंदर शेट्टी व अन्य अधिकारीयों ने संबोधित किया।
कार्यक्रम में इनकी रही उपस्थिति
सुरदा माइंस उद्घाटन कार्यक्रम में मुख्य रूप से हिंदुस्तान कॉपर के अधिकारियों में डीके श्रीवास्तव डी जी एम माइंस, अर्जुन लोहरा हेड एचआर, अनिल कुमार गुप्ता डीजीएम सिविल, साकेत सिंह एच&आर राजेश पटेल, डीजे सोम, एमपीएल के प्रोजेक्ट प्रभारी राजीव सोम, तारिणी महापात्र, माइंस मैनेजर संपत, सी एस आर मुकेश सोनी, सी एस आर प्रशांत कुमार, कमलेश सोरेन, अमित पासवान, अभिषेक कुमार, जिला परिषद देवयानी मुर्मू, गीता मुर्मू,बेनाशोल ग्राम प्रधा परेश मुर्मू, सुरदाग्राम प्रधान लखन टुडू, सोहदा ग्राम प्रधान दिलीप हेम्ब्रम,फॉरेस्ट ब्लॉक ग्राम प्रधान फूऱमाल टुडू, पाथरगोडा ग्राम प्रधान सुदर्शन हांसदा,
वन अधिकार समिति के अध्यक्ष महेश्वर हांसदा, मिर्जा टुडू, दुलाल टुडू, चक्रधर सुंडी, अमर सिंह बानरा, उदय मुर्मू, पिंकी मुर्मू, मुखिया ईसाक़ बाखला, उप मुखिया पिंटू दास, पार्षद प्रतिनिधि बुद्धेश्वर मुर्मू, रानी सबरीन, धोबानी के मुखिया राम मुर्मू मुखिया पोरमा बानरा, 12 मौजा के प्रधान सोमाय टुडू, कालीपदो गोराई, मंगल सोरेन, प्रखंड अध्यक्ष प्रधान सोरेन, प्रखंड सचिव सोमाय सोरेन, सुभाष मुर्मू धनंजय मार्डी, मनोज प्रताप सिंह, सरोज दता सहित सभी ग्राम प्रधान, वन अधिकार समिति के सदस्य मुखिया व जनप्रतिनिधियों सहित ग्रामीण व मजदूर उपस्थित थे।