चाईबासाः झारखंड, 16 दिसंबर 2024: आज झारखंड में छात्रों ने जीपीएससी परीक्षा के परिणामों और प्रक्रिया को लेकर अपनी विभिन्न मांगों को लेकर कर्मचारी चयन आयोग कार्यालय रांची की घेराव किया। छात्रों की मुख्य मांग थी कि जीपीएससी परीक्षा की न्यायिक जांच की जाए और इसे रद्द किया जाए। छात्रों का कहना था कि परीक्षा में अनियमितताएँ पाई गई हैं और उनका भविष्य खतरे में है।
इस प्रदर्शन के दौरान, पुलिस ने छात्रों पर लाठीचार्ज किया, जिससे छात्रों में गहरी नाराजगी फैल गई। पुलिस की यह कार्रवाई छात्रों के अधिकारों का उल्लंघन है और उनके शांतिपूर्ण प्रदर्शन को दबाने का प्रयास किया गया है।
पूर्व सांसद गीता कोड़ा ने इस लाठीचार्ज की कड़ी निंदा की है। उन्होंने कहा कि छात्रों के खिलाफ ऐसी कार्रवाई लोकतंत्र और संविधान की मूल भावना के खिलाफ है। गीता कोड़ा ने कहा, "छात्रों को अपनी समस्याओं को उजागर करने का अधिकार है। उनका विरोध और प्रदर्शन शांतिपूर्ण तरीके से था, लेकिन सरकार ने उन्हें दबाने के लिए लाठीचार्ज का सहारा लिया। यह पूरी तरह से असंवेदनशील और गलत है।"
उन्होंने झारखंड सरकार से आग्रह किया कि छात्रों की मांगों पर गंभीरता से विचार किया जाए और जीपीएससी परीक्षा की न्यायिक जांच की जाए। साथ ही, उन्होंने इस पूरे घटनाक्रम की निष्पक्ष जांच की भी मांग की।
गीता कोड़ा ने आगे कहा, "छात्रों का भविष्य महत्वपूर्ण है और उनकी समस्याओं का समाधान लोकतांत्रिक तरीके से होना चाहिए, न कि उन्हें हिंसा और दमन का सामना करना पड़े। भारतीय जनता पार्टी इस घटना की कड़ी निंदा करती हैं और छात्रों के पक्ष में खड़े हैं।"
इस घटनाक्रम ने राज्य सरकार के खिलाफ छात्रों और नागरिकों में गहरी नाराजगी और असंतोष पैदा कर दिया है। विभिन्न छात्र संगठन भी इस लाठीचार्ज की निंदा कर रहे हैं और सरकार से न्याय की मांग कर रहे हैं। हम सभी नागरिकों और समाज से अपील करते हैं कि इस संवेदनशील मुद्दे पर एकजुट होकर उचित समाधान के लिए आवाज उठाएं, ताकि छात्रों को न्याय मिल सके और ऐसे घातक कदमों की पुनरावृत्ति न हो। भारतीय जनता पार्टी सदेव छात्र हित के लिए तत्पर है सड़क से लेकर सदन तक छात्रों के लिए खड़ी है। जिला भाजपा प्रेस प्रवक्ता जितेंद्र नाथ ओझा
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