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फ़ोटो: बागजाता माइंस के रेंज मज़दूर रोज़गार की मांग को लेकर बैठक करते |
मुसाबनी/गणेश प्रसाद: बागजाता माइंस के रेंज समूह के मजदूरों की बैठक गोहला पंचायत के मुखिया परबत हांसदा की अध्यक्षता में बाकड़ा पुल के समीप हुई। जिसमें जिप प्रतिनिधि व पूर्व पार्षद बुद्धेश्वर मुर्मू उपस्थित थे। बैठक में मजदूरों ने 8 महीनों से भी ज्यादा समय से बेरोजगार रहने की स्थिति पर चर्चा की गई। इसके बाद बताया गया कि विगत दिनों रोजगार की मांग को लेकर यूसिल प्रबंधक को लिखित आवेदन देकर 30 नवंबर तक कार्य पर बहाल करने की मांग की गई थी ल। जिसके बाद यूसिल के अपर प्रबंधक कार्मिक द्वारा शनिवार को मजदूरों के नाम एक चिट्ठी जारी किया था, जिसमें आगामी 9 दिसम्बर से रेंज समूह के मजदूरों के कार्य चालू होने का उल्लेख पर विचार किया गया।
मजदूरों ने एक स्वर में यूसिल द्वारा निर्गत चिट्ठी को यह कहकर खारिज कर दिया कि प्रबंधक द्वारा इस तरह बार - बार आश्वासन देकर हमें ठगा गया है, मजदूरों ने मांग किया कि रेंज समूह के कार्य प्रारंभ होने की तिथि यूसिल के सक्षम अधिकारी हमें बताएं। इसके बाद ही हम मजदूर अपना पूर्व निर्धारित कार्यक्रम 02/12/2024 को चक्का जाम और 03/12/2024 से अनिश्चितकालीन बंदी के आंदोलन पर पुनर्विचार करेंगे, अन्यथा मज़दूरों का आंदोलन पूर्व घोषित कार्यक्रम के अनुसार होगा, जिसकी सूचना यूसिल प्रबंधक और स्थानीय प्रशासन को लिखित रूप से दी गई।
बैठक में उपस्थित पूर्व पार्षद बुद्धेश्वर मुर्मू ने मजदूरों को संबोधित करते हुए कहा की बागजाता माइंस के मजदूरों को हर बार अपने अधिकार के लिए सड़क पर उतरना पड़ रहा है, इससे प्रतीत होता है कि यूसिल प्रबंधक को क्षेत्र के लोगों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ करने की आदत सी हो गई है। बुद्धेश्वर मुर्मू ने कहा की बागजाता माइंस में ठेका मजदूरों को मृत्यु के उपरांत या कार्य के दौरान रिटायरमेंट कर्मचारियों के आश्रितों को रोजगार से जोड़ने के लिए बहुत जल्द यूसिल प्रबंधक से पत्राचार किया जाएगा।
इस अवसर पर परबत हांसदा (मुखिया), सुभाष महली, सूजन मार्डी, प्रभात हांसदा, कृष्णा हांसदा, रविन्द्र नाथ हेंब्रम, लादू सोरेन, मूची राम भकत, जगन्नाथ भकत, मनोहर कैबर्ता सहदेव महली, श्याम चरण हांसदा, कृष्णा सोरेन, कुंवर हांसदा, श्याम हांसदा, दुर्योधन कैबर्ता, दीपक कैबर्ता, प्रकाश कैबर्ता, भादो राम हांसदा, राम राय हांसदा आदि उपस्थित थे।