जमशेदपुर और जामदा के खनन माफिया की संलिप्तता होने की चर्चा
अवैध खनन से करोड़ों का राजस्व हानि होने की संभावना वयक्त की जा रही है: सुत्र
पुलिस प्रशासन और खनन विभाग की मिलीभगत से फिर से खनन माफिया का राज कायम हो रहा है: सुत्र
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फाईल फोटो |
डेस्क रांची/संतोष वर्मा: एक ओर जिला प्रशाषन के द्वारा अवैध खनन पर रोक लगाने और अवैध खनन करने वाले कारोबारियों के बिरूद्द स्खत कार्रवाई करने के लिए उपायुक्त व एसपी के द्वारा संयुक्त रूप से टास्क फोर्स के साथ बैठक किया गया। वहीं खनन माफिया का राज अब भी नोवामुंडी के कोर मिनरल माइंस के बगल में अवैध खनन करने की चर्चा जोरों पर है। सूत्रों के अनुसार खनन विभाग और प्रशासन के सांठगांठ से फाइंस खुदाई कर फर्जी चालान से धुलाई की जा रही है।
सूत्रों के अनुसार दो जेसीबी और दस हाइवा इस अवैध खनन में लगा हुआ है। इस अवैध खनन में जमशेदपुर और जामदा के खनन माफिया शामिल होने की बात कही जा रही है, साथ ही जामदा के एक पूंजीपति खनन माफिया का वरदहस्त प्राप्त है। सूत्रों के अनुसार गांव में खनन माफिया ने पुलिस प्रशासन के सांठगांठ होने का धौंस दिखा रहें हैं। लौह अयस्क के काले धंधे में सफेदपोश लोगों की भी संलिप्त से इंकार नहीं किया जा सकता है।
अवैध खनन से करोड़ों का राजस्व की हानि होने की संभावना वयक्त की जा रही है। बीते दिनों पुलिस महानिदेशक ने और जिला प्रशासन ने अवैध खनन पर कड़ाई से रोक लगाने की हिदायत दी है, लेकिन आज की सुचना के अनुसार इस कड़ाई का मतलब ही विपरीत दिशा में दिख रहा है। ऐसा लगता है कि पुरा सिस्टम अवैध खनन में संलिप्त है, सारे चर्चा पर गोपनीय जांच कराने की आवश्यकता है।