उपायुक्त के द्वारा विद्यालय स्वास्थ्य एवं कल्याण कार्यक्रम के 16 मॉड्यूल को प्रत्येक मंगलवार कक्षा 6 से कक्षा 12 तक के सभी विद्यालयों में समय सारणी के अनुसार निरंतर संचालित करने पर जोर दिया
चाईबासा/संतोष वर्मा: पश्चिमी सिंहभूम जिला अंतर्गत सेंट जेवियर वेलफेयर सेंटर-चाईबासा में मुख्य अतिथि जिला दंडाधिकारी -सह- उपायुक्त कुलदीप चौधरी, विशिष्ट अतिथि उप विकास आयुक्त संदीप कुमार मीणा, सिविल सर्जन डॉक्टर सुशांतो माझी, जिला शिक्षा अधीक्षक प्रवीण कुमार की मौजूदगी में स्वास्थ्य विभाग व शिक्षा विभाग के समन्वय एवं सेंटर फॉर कैटालाइजिंग चेंज (सी- 3) के तकनीकी सहयोग से राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम-राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, झारखंड के तत्वाधान में विद्यालय स्वास्थ्य एवं कल्याण कार्यक्रम के तहत सम्मान समारोह का आयोजन किया गया।
समारोह में उपस्थित अतिथियों का स्वागत उपरांत दीप प्रज्वलित कर सम्मान समारोह का शुभारंभ किया गया। इस दौरान उपस्थित अतिथियों के द्वारा सभी 18 प्रखंडों में कार्यक्रम के तहत बेहतर प्रदर्शन कर रहे पांच-पांच विद्यालयों एवं आरोग्य दूत के तौर पर नामित 180 शिक्षकों को वित्तीय वर्ष(2024-2025) में उत्कृष्ट कार्य हेतु सम्मानित किया गया।
सम्मान समारोह को संबोधित करते हुए उपायुक्त के द्वारा विद्यालय स्वास्थ्य एवं कल्याण कार्यक्रम के 16 मॉड्यूल को प्रत्येक मंगलवार कक्षा 6 से कक्षा 12 तक के सभी विद्यालयों में समय सारणी के अनुसार निरंतर संचालित करने पर जोर दिया गया। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग एवं शिक्षा विभाग के संयुक्त तत्वाधान में संचालित उक्त कार्यक्रम से विद्यालयों में सकारात्मक सोच के साथ स्वास्थ्य, स्वच्छता व कल्याण के बारे में बच्चों को जागरुक कर उन्हें संबल बनाया जा सकता है, साथ ही उन्हें जीवन में समग्र विकास की ओर प्रेरित कर सकते हैं।
उपायुक्त ने कहा कि स्वस्थ शरीर ही हमें चुनौतियों से लड़ने के लिए प्रोत्साहित कर सकता हैं, इसलिए यह आवश्यक है कि कार्यक्रम के उद्देश्यों को समझें तथा इसका अधिकतम लाभघ बच्चों को प्रदान कर एक स्वस्थ समाज के निर्माण की ओर आगे बढ़ें। सम्मान समारोह में उपायुक्त के द्वारा उपस्थित स्वास्थ्य विभाग के पदाधिकारी एवं दूर दराज के प्रखंडों से आए शिक्षकों को शुभकामनाएं भी प्रेषित किया गया।
कार्यक्रम में अपने संबोधन के दौरान उप विकास आयुक्त ने माहवारी स्वच्छता को लेकर विद्यालयों के द्वारा इस कार्यक्रम के तहत हो रहे बदलाव का उल्लेख कर विद्यालयों के आरोग्य दूत शिक्षकों को कार्यक्रम के मूल उद्देश्य को और भी प्रभावी रूप से संचालित करने पर बल दिया।
समारोह में सिविल सर्जन ने कहा कि कार्यक्रम के बेहतर क्रियान्वयन में पश्चिमी सिंहभूम जिला राज्य में निरंतर प्रथम स्थान पर रहा है और हम सभी मिलकर इस कार्यक्रम को बेहतर गति प्रदान कर सकते हैं। कार्यक्रम के दौरान उपस्थित आरोग्य दूतों ने भी विद्यालयों में उनके द्वारा किए गए बेहतर प्रयासों से संबंधित अपने अनुभव को साझा किया और दोनों विभागों के बीच समन्वय स्थापित कर बेहतर कार्य करने के बारे में भी बताया गया।
विदित हो कि विद्यालय स्वास्थ्य एवं कल्याण कार्यक्रम स्वास्थ्य विभाग, शिक्षा विभाग एवं सेंटर फॉर केटेलिजिंग चेंज के तकनीकी सहयोग से पुरे झारखण्ड राज्य के सभी विद्यालयों, जहां कक्षा 06-12 तक की पढ़ाई होती है, में संचालित है। इस मौक पर सभी प्रखंडों से प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी-समग्र शिक्षा, तकनीकी सहयोगी संस्था सेंटर फॉर कैटालजिंग चेंज (सी -3) के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी एवं कार्यालय कर्मी उपस्थित रहे।