चाईबासा/संतोष वर्मा: टीएमएच नोआमुंडी अस्पताल द्वारा विश्व क्षय रोग दिवस के अवसर पर जेआरडीटीटीआई सभागार में सुरक्षा विभाग के कर्मचारियों और अनुबंध कर्मचारियों दोनों के लिए क्षय रोग के तथ्य, संकेत, लक्षण और रोकथाम पर जागरूकता सत्र का आयोजन किया गया। जो इस वर्ष के थीम: "हां..! हम टीबी को समाप्त कर सकते हैं, यदि हम प्रतिबद्ध रहें, निवेश करें और परिणाम दें" पर आधारित था।
इसके अलावा इस सत्र के दौरान जीवन शैली संबंधित बीमारियों जैसे-एचटीएन, डीएम व मोटापा आदि पर भी चर्चा की गई जिसमें 50 से ज्यादा प्रतिभागियों ने भाग लिया। सत्र का संचालन नोआमुंडी टीएमएच के सीनियर रजिस्ट्रार एवं इंचार्ज ओएचएस डाॅ अमला शंकर चटर्जी ने बखूबी किया तथा इस दौरान प्रतिभागियों द्वारा पूछे गये प्रश्नों-शंकाओं का समाधान भी किया।
ज्ञात रहे कि भारत सरकार ने 2018 में टीबी मुक्त भारत अभियान की शुरुआत की थी जिसका लक्ष्य 2025 तक क्षय रोग को जड़ से समाप्त करना था। इस महत्वाकांक्षी लक्ष्य को पूरा करने के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय ने घोषणा की है कि टीबी का जल्द पता लगाने, प्रभावी उपचार सुनिश्चित करने और टीबी के प्रसार को रोकने के लिए राष्ट्रीय टीबी उन्मूलन कार्यक्रम (एनटीईपी) को पूरे देश में लागू किया जा रहा है।