पश्चिमी सिंहभूम जिले में डीएमएफटी फंड में हो रहा है बड़ा घोटाला
भाजपा के पूर्व मंत्री बड़कुंवर गागराई ने लगाये गंभीर आरोपनि,यमों को ताक पर रखकर गुजरात की कंपनी को दिया गया है काम
संतोष वर्मा
Chaibasa: भारतीय जनता पार्टी के नेता और पूर्व मंत्री बड़कुंवर गागराई ने पश्चिमी सिंहभूम जिले में डीएमएफटी फंड में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी और भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है। बुधवार को अपने आवास में पत्रकारों से बात करते हुए पूर्व मंत्री श्री गागराई ने जिला प्रशासन और जिले के जनप्रतिनिधियों की भूमिका पर सवाल खड़ा किया है। उन्होंने आरोप लगाया है कि डिस्टिक मिनिरल फाऊंडेशन ट्रस्ट के फंड को खर्च करने के लिए जो प्रावधान बनाए गए हैं उनका उल्लंघन करते हुए गुजरात के सिलवासा की कंपनी जियोलिन इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड को जिले के 890 प्राथमिक विद्यालयों को मॉडल प्राथमिक विद्यालय बनाने का कार्य आवंटित किया गया है। प्रति विद्यालय में 1 करोड़ 35 लाख 27 हजार 486 रूपये की लागत से आठ तरह के समान और उपकरण की व्यवस्था कंपनी को करनी है। पूर्व मंत्री ने आरोप लगाते हुए कहा कि जिला प्रशासन की ओर से जिस जिला योजना शाखा को योजना के क्रियान्वयन की जिम्मेदारी सौंप गई है वह पूरी तरह गलत है। नियमों को तक पर रखकर किसी कार्यकारी एजेंसी को काम सपना की बजाय जिला योजना पदाधिकारी को एजेंसी के रूप में नामित किया गया है। यह सरासर गलत है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि प्रशासनिक पदाधिकारी और जन प्रतिनिधियों की सहमति से ही यह सारा खेल हो रहा है।